Bihar Sand Mining: बालू का खनन और परिवहन एक सप्ताह के लिए बंद, जानें किस वजह से लगी रोक?
भोजपुर में बालू खनन और परिवहन पर एक सप्ताह के लिए रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन ने अवैध खनन गतिविधियों की जाँच के लिए यह कदम उठाया है। खनन विभाग और पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से निरीक्षण करेंगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस रोक से निर्माण कार्यों पर असर पड़ सकता है।

भोजपुर में बालू खनन
जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले में जिला प्रशासन के द्वारा चुनाव कार्यो को बाधा रहित संपन्न कराने के लिए शुक्रवार को बड़ा निर्णय लिया गया। जिले में चल रहे तीन दर्जन से ज्यादा बालू घाटों को शुक्रवार की मध्य रात्रि के बाद से सात नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। खनन बंद करने के साथ परिवहन भी बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो नवंबर को आरा में होने वाले आगमन के साथ-साथ छह नवंबर को होने वाले मतदान की तैयारी को लेकर चुनाव कार्यो में किसी भी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ना हो। इसे देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को नियमित बनाए रखने के लिए डीएम ने यह निर्णय लिया है।
इस आदेश के बाद शुक्रवार की रात्रि पहर एक बजे से छह नवंबर को मतदान समाप्त होने के बाद सात नवंबर तक अस्थाई रूप से बालू का ऑनलाइन चालान नहीं कटेगा। मालूम हो जिले में बालू का खनन और परिवहन होने के कारण भयंकर ढंग से जाम लगने लगता है।
इस कारण ट्रैफिक की समस्या गंभीर हो जाती है। सबसे ज्यादा मुश्किल आरा से कोईलवर पटना और छपरा आने जाने के दौरान उत्पन्न होता है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए प्रशासन ने उक्त कदम उठाया है। मालूम हो भोजपुर जिले लगभग तीन दर्जन बालू घाटों से इन दिनों बालू का खनन और परिवहन हो रहा है।
इस दौरान रोजाना तीन हजार से ज्यादा बड़े ट्रकों का आवागमन हो रहा है। जिले से बालू की डिमांड पटना छपरा मुजफ्फरपुर नालंदा वैशाली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और झारखंड के कई जिलों में है। इस कारण ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए यह व्यवस्था अस्थाई रूप से की गई है।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होंगे कई बड़े नेता
भोजपुर जिले के जिला मुख्यालय आरा शहर में दो नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी कार्यक्रम तय है। इस कार्यक्रम में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के आने की संभावनाएं हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा के ख्याल से दिल्ली और पटना से कई बड़े पदाधिकारी रोजाना आना शुरू कर दिए हैं।
इस दौरान किसी भी प्रकार की ट्रैफिक व्यवस्था समस्या ना खड़ी करें इसे देखते हुए अस्थाई रूप से बालू का खनन और परिवहन रोका गया है। दूसरी तरफ चुनाव प्रचार के लिए चार नवंबर तक डेट निश्चित होने के कारण अब सघन चुनावी सभाएं भी होंगी।
इस कारण जिले में चार नवंबर तक लगातार राज्य के बड़े नेता, मंत्री, सांसद और विधायकों का आवागमन होगा। इसमें कोई समस्या ना हो इस कारण भी बालू का खनन और परिवहन एक सप्ताह के लिए बंद किया गया है।

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