सृजन घोटाला : जिला परिषद को नहीं है आंतरिक संसाधन से आय की जानकारी Bhagalpur News
जिला परिषद् में सुयोग्य लिपिक नहीं रहने से किराये पर संचालित साढ़े तीन सौ दुकानों का संचालन सही तरीके से नहीं हो पाता है। अधिकांश दुकानों का किराया भी समय पर जमा नहीं होता है।
भागलपुर [जेएनएन]। सृजन घोटाले में करोड़ों रुपये की अवैध निकासी होने के बाद भागलपुर जिला परिषद की आय में सुधार नहीं हुआ है। आंतरिक संसाधन से जिला परिषद को कितनी आय हो रही है, इसकी जानकारी उसे नहीं है।
जिला परिषद के अध्यक्ष अनंत कुमार उïर्फ टुनटुन साह ने कहा कि अभियंताओं के नहीं रहने से यहां विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने डीएम से कनीय, सहायक और जिला अभियंताओं सहित अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की मांग की है। अध्यक्ष ने कहा है कि जिला परिषद का विकास कार्य 16 प्रखंडों में एक साथ चलता है। इसके लिए यहां एक मात्र कनीय अभियंता हैं। इस वजह से कार्यों का पर्यवेक्षण नहीं हो पाता है।
जिला परिषद् में सुयोग्य लिपिक नहीं रहने से किराये पर संचालित साढ़े तीन सौ दुकानों का संचालन सही तरीके से नहीं हो पाता है। अधिकांश दुकानों का किराया भी समय पर जमा नहीं होता है। डाक बंगलों में कई लोग बिना किराया दिए रह रहे हैं। अध्यक्ष ने कहा कि योजना समिति, वित्त अंकेक्षण समिति और स्थाई समिति की एक भी बैठक नहीं हुई है।
आंतरिक संसाधन में कितनी आमदनी हुई, कितनी राशि किन-किन मदों में खर्च हुई इसकी जानकारी कार्यालय से नहीं मिलती। कहा है कि आज तक जितनी भी दुकानें आवंटित हुईं, उनमें से अधिकतर अर्धनिर्मित दिखाकर चलाई जा रहीं। उन्होंने कहा कि डीआरडीए की एक बार बैठक हुई जिसका कोई फलाफल नहीं निकला।
अध्यक्ष ने डीएम से कहा है कि सभी कार्यों को अपने स्तर से कराया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे अध्यक्ष सहित जिप सदस्य का पद छोड़ देंगे। मालूम हो कि अभियंताओं के पदस्थापन के लिए जिप अध्यक्ष ने पूर्व में पंचायती राज मंत्री से भी मांग की थी।