फायरिंग करने वाला सिरफिरा युवक हरिद्वार से भागकर आया था, नशे का करता है सेवन Bhagalpur News
भागलपुर के अतिव्यस्त चौहारा तिलकामांझी चौक पर एक सिरफिरे युवक ने अपने सिर में पिस्टल सटाकर आत्महत्या की धमकी दी। वह मुंह में सिगरेट लिए हुए था। फिर
भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी चौक पर शुक्रवार को कट्टा लहराने वाले अनिल मंडल को पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस उसके विरुद्ध स्पीडी ट्रायल का अनुरोध करेगी। पुलिस ने वीडियो फुटेज को सुबूत के तौर पर जब्त कर लिया है। एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि आरोपित अनिल के विरुद्ध जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
तिलकामांझी चौकी इंचार्ज मिथिलेश कुमार ने अपने बयान पर केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सनकी युवक ने हंगामे के दौरान गोली चला दी थी। वह गोली किसी को भी लग सकती थी। पुलिस ने कहा है कि इसमें डीएसपी राजवंश सिंह समेत अन्य लोग बाल बाल बच गए थे।
आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसे कोइली खुटाहा के एक व्यक्ति का नाम लेकर कहा कि उसी ने कट्टा और गोली दी है। उसने बताया कि लोहिया पुल के नीचे वह उसे हथियार देने के लिए आया था। इसके बाद वापस लौट गया। उसके घर के बारे में पूछने पर बताया कि वह उसे नहीं जानता। वह हर बात पर अपना बयान बदल रहा था।
पुलिस की जांच में पता चला है कि अनिल के पिता पवन मंडल ने दूसरी शादी कर ली है। उसकी मां और एक भाई हरिद्वार में मंदिर के बाहर बद्धी और प्रसाद बेचते हैं। अनिल भी बाहर रहकर मिठाई की दुकान में काम करता था। लेकिन वह वहां से भी भागकर भागलपुर आ गया। यहां उसकी गलत संगत हो गई और नशे का सेवन करने लगा। वह नशे के लिए गोलियां खाता है और कफ सीरप पीता है।
#अपराध और #बलात्कार खत्म हो वरना खुद को मार लूंगा गोली... युवक की धमकी से सहमे पुलिस अधिकारी...@JagranNewspaper @JagranNews pic.twitter.com/FMvdOMgzSd — Dilip Kumar Shukla (@dilip79bgp) February 28, 2020
उसने दोस्त की बहन के साथ दुष्कर्म होने की जो बात पुलिस को बताई, उसमें भी सत्यता नहीं थी। पुलिस चौकी में हाथ जोड़कर कहा, गलती हो गई। ऐसा करने के लिए उसी ने उकसाया था, जिसने कट्टा दिया। उसने कहा था कि यदि कोई नहीं तो खुद को ही गोली मार लेना।
राहुल को मार गिराने के लिए सिरफिरे ने खरीदा था तमंचा
जरायम की दुनियां खुद को अनजान बताने वाले सिरफिरे अनिल मंडल ने अपने दोस्त की बहन से दुष्कर्म करने वाले राहुल को मार गिराने के लिए तमंचा खरीदा था। अनिल को तिलकामांझी पुलिस शनिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत लेकर पहुंची थी। अदालत परिसर में अनिल ने बताया कि बांका के रजौन निवासी दोस्त की बहन के साथ हुए दुष्कर्म की घटना से वह काफी तनाव में चल रहा था। दोस्त की बहन ने घटना बाद जहर पीकर जान दे दी थी।
अनिल ने कहा कि उसकी मौत के बाद उसने कसम खा लिया था कि वह गलत करने वाले राहुल को जिंदा नहीं छोड़ेगा। इसके लिए वह कोइली-खुटहा स्थित एक रिश्तेदार के जरिए राजेश यादव से तमंचा खरीदा था। एक तमंचा और तीन कारतूस के एवज में उसने उसे छह हजार रुपये दिए थे। वहां से तमंचे की डिलीवरी के लिए एक अपाचे बाइक से राजेश का एक लड़का आया था। खंजरपुर में उसने पहले नाइट्रोजन-10 नामक टिकिया कफ सिरप में मिलाकर उसे पिलाया फिर बाइक से ही राहुल को खोजना शुरू किया। जब दो-तीन घंटे खोजने के बाद राहुल का कोई पता नहीं चला तो बाइक वाले लड़के ने उसे तिलकामांझी में बाइक से उतार दिया और चला गया। अनिल ने बताया कि वह काफी तनाव में आ गया। उस दौरान उसने तय कर लिया कि वह खुद को ही गोली से उड़ा ले। ऐसा सोचकर वह तिलक मांझी की मूर्ति पर खड़ा हो गया। तमंचा निकाला और अपनी कनपटी में सटा लिया।