अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के तीन गुर्गे चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता पाई है। पढ़ें पूरी खबर..
भागलपुर। पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता पाई है। गौरतलब है कि पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी फूल बाबू चौधरी से साइबर अपराधियों ने 18 अगस्त को फर्जी बैंक मैनेजर बनकर 10 लाख 28 हजार 170 रुपये फोन पर ठग लिया था। इसकी शिकायत उन्होंने जोगसर पुलिस चौकी में की थी। इस मामले को लेकर एसएसपी आशीष भारती ने सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के नेतृत्व में गठित एसआइटी की टीम ने झारखंड के देवघर से दो जबकि जमुई से एक साइबर ठग को घटना में प्रयुक्त मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी एसएसपी ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में दी। तीन जिलों के अपराधी हैं शामिल
साइबर अपराधियों की पहचान झारखंड के देवघर जिला के जसीडीह बाजार निवासी अगम वर्णवाल, झारखंड के साहेबगंज हाजीपुर भीठा निवासी दीपक कुमार साह (वर्तमान पता : देवघर, बमबम कॉलोनी) और जमुई जिले के मटिया, लक्ष्मीपुर निवासी दीपक सिंटू कुमार शामिल हैं। पुलिस ने साइबर अपराधियों के पास से एक लाख 26 हजार रुपये, डेल कंपनी का एक लैपटॉप, विभिन्न कंपनी का पांच मोबाइल, एसबीआइ का एक चेकबुक, सहारा बैंक के दो खाते, ग्रामीण बैंक का एक चेकबुक, आइसीआइसीआइ बैंक का एक खाता भी बरामद किया है। मामले में अभी भी जांच चल रही है। पुलिस की पूछताछ में अपराधियों ने कई लोगों के बारे में अहम् जानकारियां दी है। पुलिस उन लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयास में है। खाता नंबर से गिरोह तक पहुंची पुलिस
एसएसपी ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी की शिकायत पर पुलिस तंत्र को सक्रिय करते हुए टीम का गठन किया। इसके बाद ठगी करने वाले खातों की डिटेल पुलिस ने खंगालनी शुरू कर दी। कई मोबाइल नंबरों को भी सर्विलांस पर रखा गया। कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पुलिस को साइबर अपराधियों के बड़े गिरोह के बारे में जानकारी मिली। जो झरखंड के कई जिलों से इस गिरोह को ऑपरेट कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने गिरोह को पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया। कई बार रेकी के बाद पुलिस ने तीनों अपराधियों को पकड़ने में सफलता पाई।
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एटीएम ब्लॉक होने की बात कह ठग लिए थे रुपये
पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी आदमपुर इलाके के हनुमान नगर, बीबी घोष लेन बोस पार्क में रहते हैं। उन्होंने कोतवाली में दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि 18 अगस्त को दो अलग अलग नंबरों से उन्हें बैंक मैनेजर बनकर ठगों ने फोन किया और कहा कि उनके दो एटीएम कार्ड ब्लॉक हो गए हैं। इस कारण खाता नंबर और पासवर्ड तुरंत बताने को कहा। उनकी बेटी सोनम कुमार का खाता पीएनबी में और श्वेता कुमारी का खाता एसबीआइ में है। दोनों का नंबर उन्होंने फोन पर बता दिया। जब वे रात में लौटे तो उनके मोबाइल नंबर पर दोनों खाते से तीन किस्तों में क्रमश: 1.80 लाख, 4.72 लाख, 3.75 लाख रुपये निकाल लिए। टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
एसएसपी ने बताया कि अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस टीम में डीआइयू प्रभारी अजीत कुमार, दारोगा राजनंदन कुमार, दारोगा सुरेश कुमार, प्रशिक्षु सिपाही रजी अहमद, सिपाही राकेश कुमार समेत चीता दल के जवान शामिल थे। पुलिस टीम अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए दूसरे जिले भी गई थी। लैपटॉप और मोबाइल से गिरोह के अन्य लोगों के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है।