राइटर कैश कलेक्शन कंपनी छत्तीसगढ़ : 2017 में 63 लाख रुपये की हुई थी डकैती, बांका के दोनों कुख्यात को भागलपुर जेल भेजा
राइटर कैश कलेक्शन कंपनी छत्तीसगढ़ 63 लाख की डकैती में सिद्दीकी और मजनू का होगा ट्रायल। जेल आइजी के निर्देश पर बांका जिले के खडिय़ारा गांव के दोनों कुख्यात को सुरक्षा घेरे में किया गया भागलपुर की जेल से रवाना।
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। छत्तीसगढ़ के चांपा थाना क्षेत्र के जगदल्ला पारा के राइटर कैश कलेक्शन कंपनी के कार्यालय में 26 नवंबर 2017 में हुई 63 लाख की भीषण डकैती में शामिल भागलपुर-बांका क्षेत्र में आतंक मचाने वाले सिद्दीकी और मजनू का वहां ट्रायल होगा। आपराधिक कारनामे से दोनों जिलों में पुलिस और व्यवसायियों को दहशतजदा करने वाले बांका जिले के खडिय़ारा गांव निवासी मुहम्मद सिद्दीकी और मुहम्मद हीरा उर्फ मजनू की संलिप्तता उजागर होने के बाद छत्तीसगढ़ के जांजगीर की अदालत ने कारा महानिरीक्षक को दोनों कुख्यात को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया था। जेल आइजी के निर्देश पर दोनों कुख्यातों को कड़ी सुरक्षा घेरे में छत्तीसगढ़ रवाना कर दिया गया है। 63 लाख की डकैती मामले में दोनों का वहां की अदालत में ट्रायल होना है। दोनों की गिरफ्तारी बांका जिले में 24 मई 2021 में महादेव एनक्लेव धर्मकांटा में दस लाख की लूट मामले में तीन जून 2021 को हुई थी। बांका के तत्कालीन एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने रणनीति बनाकर सिद्दीकी, मजनू समेत सात अपराधियों को गिरफ्तार कराने में तब सफलता पाई थी।
जगदल्ला पारा डकैती के मास्टर माइंड मोहर्रम अली के संपर्क में थे दोनों
63 लाख रुपए की बहुचर्चित डकैती कांड के मास्टर माइंड कोरबा जिले के जामा मस्जिद का इमाम मोहर्रम अली उर्फ खुश्तर रब्बानी के संपर्क में सिद्दीकी और मुहम्मद हीरा उर्फ मजनू पूर्व से थे। घटना बाद बिलासपुर रेंज के आइजी पुरुषोत्तम गौतम और जांजगीर पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने सिद्दीकी और मजनू की संलिप्तता को लेकर भागलपुर रेंज के डीआइजी को भी जानकारी दे दोनों का आपराधिक इतिहास मांगा था। इमाम मोहर्रम अली की गिरफ्तारी बाद दोनों की संलिप्तता को लेकर कई अहम साक्ष्य वहां के पुलिस के हाथ लगे। डकैती में शामिल आरोपी हाजी मेमन अक्सर मस्जिद आया करता था, जिसके बाद से दोनों के बीच संबंध प्रगाढ़ होते गए। इमाम मोहर्रम अली बिहार का रहने वाला था। उसने हाजी मेमन को मजनू और सिद्दीकी से मिलने बांका भी भेजा था।
हाबड़ा-मुंबई मेल से पहुंचे थे शातिर
हाजी मेमन ने घटना को अंजाम देने के लिए बांका जिला के निवासी मोहम्मद सिद्दीकी, सद्दाम, मोहम्मद कुनैन, हीरा खान, प्रेम चौधरी और धनबाद निवासी मोहम्मद शहजाद उर्फ बाबू से संपर्क किया था। इसके बाद सभी इमाम के घर कोरबा गए और रात में डकैती की योजना बनाई थी। डकैती में इस्तेमाल की जानी वाली गाडिय़ों की व्यवस्था जिले के जामा मस्जिद के इमाम ने की थी। हाबड़ा-मुंबई मेल से सभी चांपा, छत्तीसगढ़ पहुंचे थे।