World Photography Day : नेताजी सुभाषचंद्र बोस, जवाहर लाल नेहरू और रामधारी सिंह दिनकर की अद्भुत व दुर्लभ तस्वीरें आईं सामने
World Photography Day विश्व फोटोग्राफी दिवस पर हमारे पास तीन ऐसे महान लोगों की तस्वीरें आयी हैं जो काफी दुर्लभ व अद्भुत हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस जवाहर लाल नेहरू और रामधारी सिंह दिनकर को आदर्श मानने वाले सभी लोगों को यह तस्वीर पसंद आएंगे।
World Photography Day : ऑनलाइन डेस्क, भागलपुर। बिहार का भागलपुर ऐतिहासिक भूमि रही है। यहां कई बड़े-बड़े लोगों का आगमन हुआ है। इस दौरान की कुछ तस्वीरें उपलब्ध हुई है। आज विश्व फोटोग्राफी दिवस पर हम आपको ऐसी ही कुछ अद्भुत व दुर्लभ तस्वीर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रख्यात साहित्यकारों का मिलन
इस दुर्लभ चित्र में प्रख्यात साहित्यकार व राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर (बाएं से तीसरे) भागलपुर के खलीफाबाग चौक स्थित चित्रशाला में ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजे गए उर्वशी महाकाव्य का पाठ करते दिख रहे हैं। मंत्रमुग्ध होकर उन्हें सुन रहे हैं बाएं से पहले तिलकामांझी भागलपुर विवि के पूर्व प्रतिकुलपति सह प्रसिद्ध समालोचक व साहित्यकार डा.विष्णु किशोर झा बेचन, दूसरे सुप्रसिद्ध साहित्यकार हरिकुंज व बाएं से चौथे बांग्ला के मशहूर कथाकार व उपन्यासकार बलाय चंद्र बनफूल। यह फोटो उन दिनों की है जब दिनकर जी तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कुलपति थे। वे जनवरी 1964 से 03.05.1965 तक इस विवि के कुलपति रहे थे। छाया सौजन्य : चित्रशाला, भागलपुर।
देशभक्ति का उत्कर्ष
1943 में नेताजी सुभाषचंद्र बोस (बीच में)के जर्मनी से सिंगापुर आते ही जापान में रह रहे भागलपुर के स्वतंत्रता सेनानी व आजाद हिंद फौज के सेक्रेटरी जनरल आनंद मोहन सहाय की पत्नी सह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी सती सहाय (सबसे बाएं) ज्येष्ठ पुत्री आशा सहाय (अब आशा चौधरी, सबसे दाएं) को आजाद हिंद फौज की रानी झांसी महिला रेजिमेंट में शामिल कर देश सेवा का मौका देने की गुजारिश करने नेताजी के पास पहुंच गर्ईं। नेताजी ने उन्हें अगले साल रेजिमेंट में सेकेंड लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल कर लिया था। सती सहाय बंगाल के प्रख्यात बैरिस्टर व स्वतंत्रता सेनानी चित्तरंजन दास की भगीनी थीं। नेताजी के साथ भी उनका पारिवारिक संबंध था। फोटो सौजन्य: अमर कुमार सहाय, भागलपुर।
फोटो सौजन्य: अमर कुमार सहाय, भागलपुर।
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मुकुटधारी अग्रवाल के पुत्र आलोक अग्रवाल के पास हैं कई दुर्लभ तस्वीरें
भागलपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायी व समाजसेवी स्व मुकुटधारी अग्रवाल की भेंट कई बार पंडित जवाहर लाल नेहरू, मदर टेरेसा, रामधारी सिंह दिनकर, गुलजारी लाल नंदा, मोरारजी देसाई, जगजीवन राम, इंदिरा गांधी आदि लोगों से हुई। मुकुटधारी अग्रवाल के पुत्र आलोक अग्रवाल ने ऐसी ही कुछ दुर्लभ तस्वीर हमें उपलब्ध करवाई है।
1960-61 मे हैदराबाद के निजामाबाद में हुए भारत सेवक समाज के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुकुटधारी अग्रवाल प्रेस और प्रचार (हिन्दी) के प्रभारी थे। उस समय वे बिहार में भारत सेवक समाज का क्षेत्रीय मंत्री थे। प्रेस सेल के कामों को देखने के लिए तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री और भारत सेवक समाज के तत्कालीन अध्यक्ष गुलजारीलाल नंदा वहां आए थे। उस समय उन्होंने पुष्प माला पहनाकर उनका स्वागत किया था। यह चित्र उसी अवसर का है।
चुनाव के सिलसिले में मोरारजी देसाई का 1957 में भागलपुर आना हुआ था। उस समय वे केंद्र सरकार में वित्त मंत्री थे। उनके भागलपुर दौरे के समय लिए गए चित्र जिसमें उनके आजू-बाजू दो लड़के दाएं स्व श्रवण कुमार शर्मा और बाएं राम गोपाल पोद्दार। इस चित्र में भी मुकुटधारी अग्रवाल व स्वतंत्रता सेनानी सियाराम सिंह भी हैं।
1974 में राष्ट्रीय युवा उद्यमी संगठन (नाए) का राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली के लाल किला मैदान में हुआ था। जगजीवन राम भाषण दे रहे हैं। मुकुटधारी अग्रवाल दाएं तरफ बैठे हैं।
1971 में प्रधानमंत्री निवास पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भेंट करने पहुंचे मुकुटधारी अग्रवाल। इस दौरान उन्होंने भारतीय राजनीति की काफी चर्चा की।
भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि के साथ मुकुटधारी अग्रवाल।
बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. जगनाथ मिश्रा (सबसे बाएं) के हाथों कुमार इन्दु भूषण नेहरू (बैठे हुए) की पुस्तक का विमोचन करवाते मुकुटधारी अग्रवाल (मध्य में)। सबसे दाहिने केपी राय।
तत्कालीन राष्ट्रपति फकरुद्दीन अली अहमद (सबसे बाए़ं) से मुकुटधारी अग्रवाल (सबसे दाहिने) का परिचय कराते मुकुटधारी अग्रवाल के बड़े भाई चक्रधारी अग्रवाल (मध्य में)। यह सभी तस्वीरें मुकुटधारी अग्रवाल के पुत्र आलोक अग्रवाल ने www.jagran.com को उपलब्ध करवाई।