जमुई स्टेशन से युवती का शव बरामद, चाकू गोदकर हत्या कर देने की आशंका Jamui News
युवती की हत्या चाकू से गोदकर की गई है। हत्या का आरोप मृतका की मां ने बड़ी बेटी के देवर व मृतका के मंगेतर कुंदन व उसकी मां सहित अन्य के ऊपर लगाया है।
जमुई [जेएनएन]। जमुई स्टेशन के अप प्लेटफॉर्म के दक्षिणी छोर पर अहले सुबह एक 20 वर्षीय युवती की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर रेल थानाध्यक्ष ने लाश को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए जमुई सदर अस्पताल भेज दिया। शव की शिनाख्त सदर थाना क्षेत्र के बरुअट्टा गांव निवासी बेचन मंडल की पुत्री काजल कुमारी के रूप में हुई है। शिनाख्त युवती के पर्स से बरामद पहचान पत्र से हो पाई।
बताया जाता है कि युवती की हत्या चाकू से गोदकर की गई है। हत्या का आरोप मृतका की मां ने बड़ी बेटी के देवर व मृतका के मंगेतर कुंदन व उसकी मां सहित अन्य के ऊपर लगाया है। मां गीता देवी ने दर्ज मुकदमे में कहा है कि उसकी बड़ी बेटी की शादी मलयपुर थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव निवासी स्व. कार्तिक रावत के पुत्र धर्मेंद्र कुमार से हुई थी। धर्मेंद्र का छोटा भाई कुंदन से मेरी दूसरी बेटी काजल का प्रेम-प्रसंग चल रहा था और दोनों में शादी की बात चल रही थी लेकिन कुंदन की मां सूमा देवी को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। सोमवार को कुंदन ने काजल को फोन कर मिलने बुलाया और उसकी हत्या कर दी। कुंदन राजगीर में रेलवे ग्रुप-डी में कार्यरत हैं। इस बाबत रेल थानाध्यक्ष एसके रजक ने बताया कि मामला प्रेम-प्रसंग का प्रतीत हो रहा है। परिजन द्वारा कुंदन रावत, मां सुमा देवी, भाभी राखी देवी, भाई चिंटू कुमार, त्रिलोकी रावत, शुक्रर कुमार और उसकी पत्नी, बड़ी बहन खुशबू देवी तथा बहनोई संजय मंडल पर मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
प्लेटफार्म पर हत्या से खुली रेल पुलिस की पोल
जमुई रेलवे स्टेशन पर युवती की हत्या से जीआरपी व आरपीएफ की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। रात में स्टेशन के अप प्लेटफार्म पर एक युवती की हत्या कर शव को फेंका जाना कई सवालों को जन्म देता है।
जीआरपी पुलिस की मानें तो रात तकरीबन 12 बजे एक महिला रेल यात्री टॉयलेट के लिए प्लेटफॉर्म के आगे बढ़ी तो उसी की नजर युवती के शव पर पड़ी। महिला रेल यात्री द्वारा इसकी जानकारी जीआरपी पुलिस को दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद किया। सवाल यह है कि जिस जगह युवती की हत्या की गई वह सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जाता है। घटनास्थल से सटे रेलवे यार्ड है, यहां हमेशा रेल पुलिस के जवान गश्त करते हैं। वैसी स्थिति में उक्त स्थान पर हत्या होना और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगने की बात को लोग पचा नहीं पा रहे हैं।
बहरहाल इस घटना के बाद से रेल पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। बता दें कि नगर थाना क्षेत्र के बरुअट्टा निवासी बेचन मंडल की पुत्री काजल की चाकू गोदकर हत्या कर बदमाशों ने शव को प्लेटफार्म पर फेंक दिया था।
थमने का नाम नहीं ले रहा जमुई रेलवे स्टेशन पर आपराधिक घटनाओं का सिलसिला
जमुई रेलवे स्टेशन पर जीआरपी थाना होने के बावजूद आये दिन आपराधिक घटना पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अपराधी पूरी तरह बेखौफ हो चुके हैं। जमुई स्टेशन पर छिनतई, चोरी जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। आए दिन स्टेशन पर पॉकेटमार यात्रियों द्वारा पकड़े जा रहे हैं फिर भी यात्रियों की सुरक्षा के कोई पुख्ता इन्तजाम रेल प्रशासन द्वारा नहीं किया जाना कई सवालों को जन्म दे रहा है।
यात्रियों की माने तो रेलवे स्टेशन पर अपराधी किसी भी वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते है। आश्चर्य की बात तो यह है कि रेलवे सटेशन के दोनों प्लेटफॉर्म पर रेल पुलिस तैनात रहती है इसके बावजूद जीआरपी और आरपीएफ के नाक के नीचे से अपराधी घटना को अंजाम देकर फरार हो जाता है और घटना की थोड़ी से भनक भी सुरक्षाकर्मी को नहीं लगती है। ताजा मामला मंगलवार की सुबह रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर एक पर देखने को मिला जहां सदर थाना क्षेत्र के बरुअट्टा गांव निवासी बेचन मंडल की पुत्री काजल कुमारी की निर्मम हत्या कर दी गई और इसकी भनक तक रेल पुलिस को नहीं लगी। अगर रेल पुलिस जगी हुई होती तो शायद अपराधी इतनी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पाते या फिर घटना को अंजाम देकर फरार नहीं हो पाते। हालांकि काजल हत्याकांड मामले में मलयपुर पुलिस तथा रेल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नामजद दो आरोपित सूमा देवी और खुशबू देवी को फुलवरिया गांव से गिरफ्तार कर लिया गया है।