हैवानियत की हद: बच्चा चोरी के आरोप में महिला को जिंदा जला डाला, तड़प-तड़पकर गई जान
बिहार के अररिया की एक महिला सजनी देवी को बच्चा चोरी कर मारने के आरोप में कुछ दरिंदों ने जिंदा जला दिया। जब तक पुलिस पहुंची तब तक महिला मर चुकी थी।
अररिया [जेएनएन]। अररिया में उस समय मानवता शर्मसार हो गई, जब हैवानियत की हदें पार कर कुछ दरिंदों ने एक महिला को जिंदा जला दिया। घटना की जानकारी पर पुलिस वहां पहुंची, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। आग लगने के बाद महिला खुद को बचाने के लिए तड़पते हुए काफी प्रयास करती रहीं, लेकिन दरिंदों को उसे कहीं जाने नहीं दिया।
महिला पर गांव के ही एक बच्चे की चोरी का आरोप था, जिसकी लाश मिली। लाश मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने महिला को घर से उठाकर बाहर किया, जमकर पिटाई की और जिंदा जला डाला।
मिली जानकारी के अनुसार अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र के भोडहा पंचायत वार्ड नं 01 बेलगाछी में सोमवार की देर रात नौ माह का बच्चे प्रभात कुमार की चोरी हो गई। काफी खोजबीन के बाद मंगलवार को पांच बजे सुबह बच्चा मृत अवस्था में पुआल की ढेर में मिला। इससे आक्रोशित परिजनों ने संजीत चौहान की पत्नी सजनी देवी को शक के आधार पर जिंदा जला दिया। घटना के दौरान गांव के लोगों ने महिला को बचाने की कोशिश नहीं की।
बताया जाता है कि मृत महिला व मृत बालक के पिता सुबोध चौहान में अवैध संबंध था। जिसकी कई बार सामाजिक पंचायत भी हुई थी।