कौन होंगे भागलपुर के जिला परिषद अध्यक्ष, पंचायत चुनाव परिणाम के बाद एक विश्लेषण, पढि़ए पूरी खबर
भागलपुर पंचायत चुनाव 2021 जिला परिषद में आधी आबादी का दबदबा। 31 में से 16 सीटों पर महिलाओं ने जमाया कब्जा। अध्यक्ष पद के लिए महिलाओं की भी होगी दावेदारी चर्चा शुरू। सबौर में सभी पुराने मुखिया की हुई हार नाथनगर में मात्र दो जीते
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला परिषद में इस बार महिलाओं का दबदबा रहेगा। आधी से अधिक सीटों पर इस बार महिलाओं ने कब्जा जमाया है। जिले में जिला परिषद की 31 सीट है, इनमें से 16 सीटों पर महिलाओं ने जीत दर्ज की है। आधी से अधिक सीटों पर कब्जा जमाने के बाद अध्यक्ष पद पर इनकी दावेदारी संभव है। गंगापार की एक महिला अभी से अपनी दावेदारी को लेकर चर्चा करने लगी हैं। क्या इस बार निवर्तमान अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह फिर से अपनी दावेदारी पेश करेंगे। इस बार 31 में से मात्र 11 सदस्य ही अपनी सीट बचा पाए हैं। 20 नए चेहरे इसबार चुनकर आए हैं।
चौथी बार जीते गौरव राय
खरीक से चौथी बार गौरव राय ने जीत दर्ज की है। 21 साल की उम्र में 2006 में उन्होंने पहली बार जीत दर्ज की थी। इसके बाद वे लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं। निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष सहित 11 सदस्यों ने दूसरी बार जीत दर्ज की है। इस्माइलपुर जिला परिषद सदस्य पद पर विपिन मंडल ने दूसरी बार गोपालपुर के विधायक व दो बार जिला परिषद अध्यक्ष रहीं सबिता देवी दूसरी बार पराजित किया है।
238 में 58 मुखिया ही बचा सके अपनी सीट
इस बार पंचायत चुनाव में अधिकांश मुखिया को हार का सामना 238 पंचायत में से 58 मुखिया की अपनी कुर्सी बचा सके हैं। 180 पंचायत में इस बार नए मुखिया कमान संभालेगें। 115 महिलाएं इस बार पंचायत सरकार भवन में अपनी उपसिथति दर्ज कराएंगे। 34 युवाओं ने भी जीत दर्ज की है। सबौर प्रखंड में सभी पुराने मुखिया को इस बार हार का सामना करना पड़ा है। नाथनगर प्रखंड में मात्र दो मुखिया ही अपनी सीट बचा पाए हैं। कहलगांव व पीरपैंती प्रखंड में सर्वाधिक 28-28 पंचायत है। कहलगांव प्रखंड में आठ पुराने मुखिया ने अपनी सीट पर दोबारा जीत दर्ज की है। 20 मुखिया को हार का सामना करना पड़ा है। यहां 16 महिलाओं ने जीत दर्ज की है। एक युवा मुखिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
पीरपैंती प्रखंड में मात्र सात पुराने मुखिया की ही जीत हुई है। 21 नए मुखिया ने जीत दर्ज की है। यहां भी 15 मुखिया महिलाएं बनीं हैं। सुल्तानगंज प्रखंड की बात करें तो यहां 18 पंचायत है। 18 में से मात्र तीन पुराने मुखिया ही अपनी सीट बचा पाए हैं। 15 नए मुखिया की जीत हुई है। 18 पंचायत में दस महिलाओं की जीत हुई है। सन्हौला प्रखंड की बात करें तो 18 पंचायत वाले इस प्रखंड में मात्र तीन मुखिया ही अपनी सीट बचा पाए हैं। 15 पंचायत में नए मुखिया ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यहां आठ महिलाओं की जीत हुई है। गोराडीह प्रखंड में मात्र दो पुराने मुखिया की जीत हुई है। 15 पंचायत वाले इस प्रखंड में 13 नए मुखिया बनें हैं। सात महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। शाहकुंड प्रखंड में 19 पंचायत है। यहां सात पंचायत में पुराने मुखिया की जीत हुई है। 12 नए मुखिया निर्वाचित हुए हैं।
आंकड़े एक नजर में
- - पंचायत की कुल सीटें : 238
- - कितने पुराने मुखिया : 58
- - कितने नए मुखिया : 180
- - इनमें महिलाओं की संख्या : 115
- - इनमें युवाओं की संख्या : 34
- -पंचायत समिति सदस्य की कुल सीटें : 304
- -नए 242
- -पुराने 63
- -जिला परिषद की कुल सीटें : 31
- पुराना 11
- नया 20
15 जनवरी तक होगा वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति का गठन
सभी पंचायतों में वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति का गठन 15 जनवरी तक हो जाएगा। पंचायती राज विभाग के निदेशक डा. रंजीत कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर 15 जनवरी तक वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति का गठन कराने को कहा है। जारी पत्र में उन्होंने कहा है कि पंचायत चुनाव के घोषित परिणाम के आधार पर 15 जनवरी तक वार्ड सचिव, वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का गठन पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा है कि पंचायत चुनाव 15 दिसंबर तक सभी त्रिस्तरीय पंचायती राज निकायों का परिणाम घोषित हो जाने की संभावना है। बिहार वार्ड सभा व वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति कार्य संचालन नियमावली में प्रावधान के तहत वार्ड सचिव सहित वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का नए सिरे से गठन किया जाना है। इसे 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाए। जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने सभी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी को इस मामले में संज्ञान लेने को कहा है।