जानिए... चिकित्सक ने बच्चों को डायरिया और निमोनिया के बचाव के लिए क्या बताए उपाय
दैनिक जागरण द्वारा आयोजित प्रश्न पहर में आए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार सिंघानिया से अभिभावकों ने बच्चों से संबंधित कई प्रश्न पूछे। उन्होंने स्वस्थ रखने के लिए कई उपाय बताए।
भागलपुर [जेएनएन]। ठंड में बच्चे कोल्ड डायरिया और निमोनिया से ग्रसित हो सकते हैं। इस कारण यह आवश्यक है कि बच्चों को ठंड से बचाएं। विशेषकर उन बच्चों को जिन्हें ठंड से एलर्जी है। ऐसे बच्चे शीघ्र बीमार को जाते हैं और सर्दी-बुखार होने की संभावना बढ़ जाती है। अभिभावक उस समय परेशानी में पड़ जाते हैं जब बच्चा प्रतिदिन पांच से आठ बार शौच करता है। नवजात शिशुओं का पांच से 10 बार शौच करना सामान्य माना जाता है। इस उम्र में गैस की समस्या से भी बच्चे परेशान रहते हैं।
अगर मां दूध पिलाने के बाद बच्चे को कंधे पर सुलाकर पीठ थपथपाए तो डकार गैस के रूप में निकलती है और बच्चे को आराम मिल जाता है। इससे बच्चे को नींद भी खूब लगती है। बच्चे को बाहर की खाद्य सामग्री नहीं खिलानी चाहिए। मां का दूध सर्वोत्तम आहार है। इससे बच्चों को प्रतिरक्षण क्षमता में विकास होता है। कई अभिभावक को इस बात से भी परेशानी होती है कि बच्चा कुछ खाता नहीं है। चिकित्सक के मुताबिक बच्चों को जब भूख लगती है तो वह खाना मांगेगा। वैसे भी चार से आठ वर्ष तक बच्चे का विकास धीरे-धीरे होता है साथ ही भूख भी कम लगती है। उम्र बढऩे के साथ ही सबकुछ सामान्य हो जाता है। बच्चे को सभी तरह के टीके अवश्य लगवाने चाहिए। इससे उन्हें पोलियो, कुकुरखासी, खसरा आदि से बचाव किया जा सकता है। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित प्रश्न पहर में आए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार सिंघानिया से अभिभावकों ने बच्चों से संबंधित कई प्रश्न पूछे।
प्रश्न : दो वर्ष का बच्चा है। रात में दांत किटकिटाता है।
सुनीता, नाथनगर
उत्तर : उम्र बढऩे से ठीक हो जागा। इसके लिए दवा खिलाने की आवश्यकता नहीं है और न ही यह बीमारी है।
प्रश्न : तीन वर्ष लड़का है। आए दिन सर्दी-खांसी से परेशान रहता है।
मणिका कुमारी, नाथनगर
उत्तर : एलर्जी की वजह से ऐसा हो रहा है। छह-सात वर्ष की उम्र होने पर यह ठीक हो जाएगा।
प्रश्न : 25 दिन का बच्चा है, रात में ज्यादा रोता है और शौच कई बार करता है।
प्रियंका रानी, पीरपैंती
उत्तर : नवजात का पांच से 10 बार प्रतिदिन शौच करना सामान्य बात है। रात में नहीं सोने की वजह दिन में ज्यादा देर तक सोना भी एक वजह है। इसके अलावा अगर एलर्जी के कारण भी रात में नाक बंद होने से बच्चा छटपटाता है।
प्रश्न : 20 माह का लड़का है। सर्दी भी रहती है और रात में सोता नहीं है।
जयराम कुमार, अकबरनगर
उत्तर : वायरल फ्लू है। सर्दी-जुकाम की दवा दें। पूरी तरह ठंड प्रारंभ होने के पूर्व फ्लू का टीका दिलवा दें। पांच वर्ष की उम्र तक प्रत्येक वर्ष फ्लू का टीका दिलावा चाहिए। इससे सर्दी-खांसी में राहत मिलेगी।
प्रश्न : 21 माह का लड़का है, जिद्दी है। घर का सामान फेंक देता है, पैंट में पेशाब भी करता है।
गौरी , नवगछिया
उत्तर : उम्र के मुताबिक बच्चा जो कर रहा है वह सामान्य बात है। उम्र बढऩे के साथ ही वह समझदार भी होने लगेगा। कैल्शियम का सीरप पिलाएं।
प्रश्न : 11 माह का बच्चा है। शाम में उसे तेज बुखार हो गया है। दवा से भी फायदा नहीं हुआ है।
संजीत कुमार, कहलगांव
उत्तर : वायरल बुखार है, ठीक हो जाएगा। पानी ज्यादा पिलाएं। सुबह-शाम बच्चे को ठंड से बचाएं।
प्रश्न : चार वर्ष का बच्चा है, खाना नहीं खाना चाहता।
प्रदीप कुमार, खरीक
उत्तर : चार से आठ वर्ष तक बच्चे के विकास की गति धीमी हो जाती है। उसे भूख भी कम लगती हे। मां का दूध पिलाएं, बाजार की खाद्य सामग्री नहीं खिलाएं।
प्रश्न : एक माह का बच्चा है। रोता ज्यादा है।
निरंजन , सुलतानगंज
उत्तर : जन्म से तीन माह तक बच्चों में नाक बंद रहने की समस्या सामान्य है। इससे बच्चे को सोने में परेशानी होती हे। दिन में बच्चा ज्यादा सोता है। रात में कम। रात में बच्चों के नाक बंद ज्यादा रहता है।
प्रश्न : 13 वर्ष का नाती है। पेशाब करता है तो दुर्गंध ज्यादा होता है।
एचएस राजा, भीखनपुर
उत्तर : प्रतिदिन तीन लीटर पानी पिलाएं। कम पानी पीने से ही पेशाब में जलन और दुर्गंध होता है। यह कोई बीमारी नहीं है।