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मौसम की बेरुखी से धान के खेत में आईं दरारें, मुरझा रही फसल

- नहीं हुई वर्षा तो बर्बाद हो जाएंगे किसान रबी पर भी पड़ेगा असर

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 10:48 PM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 10:48 PM (IST)
मौसम की बेरुखी से धान के खेत में आईं दरारें, मुरझा रही फसल
मौसम की बेरुखी से धान के खेत में आईं दरारें, मुरझा रही फसल

- नहीं हुई वर्षा तो बर्बाद हो जाएंगे किसान, रबी पर भी पड़ेगा असर संवाद सूत्र, अकबरनगर : मौसम की बेरुखी के कारण अकबरनगर के किसानों का आर्थिक रूप से कमर तोड़ दिया है। सावन बीत गया, भादो माह शुरू हो चुका है लेकिन वर्षा नहीं होने से किसान सकते में हैं। खासकर धान की फसलों को बचाना मुश्किल हो रहा है। अकबरनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंचायत किशनपुर, खेरैहिया, इंग्लिश चिचरौंन व नगर पंचायत अकबरनगर के चौर व बहियार क्षेत्र में लगे धान की फसल वर्षा नहीं होने की वजह से सूखकर क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इसके कारण किसान चितित हैं। वर्षा नहीं होने से सूखा का असर खरीफ की खेती पर पड़ने लगा है। हालांकि वर्षा कम होने की वजह से अधिकांश इलाकों में धान की रोपाई भी किसानों ने काफी कम की है। किसान खुद के खर्चे पर पंपसेट आदि से पटवन कर धान की रोपनी किए थे, वह भी अब पानी के अभाव में मुरझा कर मरने लगे हैं। किसान प्रभाकर, दिनेश, ओमदत्त, रवि, प्रभाष, आदि में बताया कि पर्याप्त वर्षा नहीं होने से पंपसेट के सहारे पटवन कर किसी तरह धान की रोपनी की थी। पंपसेट के सहारे पटवन कर किसी तरह धान की रोपनी तो कर लिए लेकिन भादो माह में भी पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण खेत सूखने लगे हैं। खेतों में दरारें आने लगी हैं। किसानों ने बताया कि किसी तरह कर्ज लेकर बड़ी मुश्किल से खेती कर रहे हैं। यदि धान का फसल नहीं हुआ तो हम लोग बर्बाद हो जाएंगे। कर्ज की मार में डूब जाएंगे। पिछले साल बाढ़ की विभीषिका के कारण फसलें बर्बाद हो गई थी। इस बार बारिश नहीं होने से बर्बाद हो गई। हालांकि इस बार अच्छी बारिश नहीं होने की वजह से धान की फसल काफी प्रभावित हो रही है। जिस वजह से धान की पैदावार में भी काफी कमी आएगी।

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