Lockdown-4 : विक्रमशिला सेतु पर अबतक का बड़ा जाम, सुबह सात से शाम चार बजे तक वाहनों की लगी रही कतार
लॉकडाउन-4 में बड़े और छोटे वाहनों के चलाने की अनुमति मिल गई है। दो सप्ताह पहले पुल पर वाहनों का दबाव तीन-चार हजार था लेकिन चार-पांच दिनों से वाहनों की संख्या चार गुणा बढ़ गई है।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर को कोसी सीमांचल से जोडऩे वाला विक्रमशिला सेतु राहत का सांस ले रहा था। लॉकडाउन चार की शुरूआत होते ही सेतु वाहनों के दवाब से हांफ रहा है। सेतु पर चार-पांच दिनों से रह रहकर जाम लग रहा है। लेकिन शनिवार रात को लगे जाम ने चालकों और लोगों को परेशान कर दिया।
लॉकडाउन-4 में बड़े और छोटे वाहनों के चलाने की अनुमति मिल गई है। इस वजह से लोग आ जा रहे हैं। दो सप्ताह पहले पुल पर वाहनों का दबाव तीन-चार हजार था लेकिन चार-पांच दिनों से वाहनों की संख्या चार गुणा बढ़ गई है। इस वजह से सेतु पर लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है। जिस तरह लॉकडाउन से पहले सेतु पर 15 से 20 घंटे तक जाम रहता था। फिर वैसी ही स्थिति अब दिखने लगी है। शनिवार रात बारह बजे से ही पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। हालांकि रविवार सुबह 10:30 बजे तक जाम कुछ ढीला हुआ तो वाहनें निकलने लगे। फिर एक घंटे बाद स्थिति सुबह जैसी ही हो गई। हालांकि पुलिस के जवान जाम छुड़ाने में लगे रहे। दोपहर तीन बजे के बाद पुल पर वाहनों का दबाव कम होने पर लोगों ने राहत ली।
धूप में परेशान दिखे राहगीर
रविवार को धूप भी तीखी थी। तपती धूप के कारण पुल पर पैदल आने जाने वाले राहगीर और वाहनों के चालक परेशान दिखे। पुल पर छांव की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी और बढ़ गई। धूप के बीच लोग पुल के इस पार से उस पार आते जाते रहे।
वाहन खराब होने से स्थिति हुई उत्पन्न
शनिवार रात तकरीबन 11 बजे नवगछिया की ओर परबत्ता के पास सेतु पहुंच पर ओवरलोड ट्रक खराब हो गई। इसकी वजह से यातायात बाधित हो गई। नवगछिया से जगदीशपुर और घोघा तक वाहनों की कतारें लग गई। अनलोड करने के बाद ट्रक को क्रेन से खींचकर हटाने पर दोपहर तीन बजे के बाद परिचालन सामान्य हुआ।
नवगछिया की ओर ओवरलोड ट्रक के खराब होने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। क्रेन मंगवा कर ट्रक को हटाया गया। इस दौरान वन-वे कर वाहनों का परिचालन कराया गया। लॉकडाउन से पूर्व जितने वाहनों का परिचालन होता था अब लगभग उतनी गाडिय़ां चलने लगी है। -विशेष कुमार, प्रभारी गंगा ब्रिज टीओपी, भागलपुर।