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फलों के राजा आम की मिठास में घुल रहा जहर, संभलकर और जांच-परखकर करें खरीदारी, जानिए...

आम खाने के लिए अभी थोड़ा इंतजार कीजिए। इसे भली-भांति परिपक्व होने दीजिए। बाजार से पके आम खरीदने से बेहतर है कच्चा आम खरीदकर उसे पाल पर पकाने के बाद खाइए।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 01:23 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 02:57 PM (IST)
फलों के राजा आम की मिठास में घुल रहा जहर, संभलकर और जांच-परखकर करें खरीदारी, जानिए...
फलों के राजा आम की मिठास में घुल रहा जहर, संभलकर और जांच-परखकर करें खरीदारी, जानिए...

भागलपुर [अमरेन्द्र कुमार तिवारी]। आम को फलों का राजा कहा गया है। लोग साल भर इसका इंतजार करते हैं। यह विटामिन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है लेकिन मुनाफाखोरी के चक्कर में इसे जहरीला बनाया जा रहा है। अधिक कीमत पाने के लिए कारोबारी अपरिपक्व आम को ही बाजार में झोंक देते हैं। इन्हें घातक रसायन की मदद से जबरन पकाया जाता है। इसमें एसीटिलीन, कैल्शियम कार्बाइड, एथनॉल जैसे रसायनों का प्रयोग किया जाता है जो सेहत के लिए काफी खतरनाक हैं।

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क्या कहते हैं वैज्ञानिक

बिहार कृषि विश्वविद्यालय के उद्यान फल विभाग के अध्यक्ष डॉ. फिजा अहमद की मानें तो अपरिपक्व आम में एसिडिटी ज्यादा और शुगर कम होता है। गुदा और गुठली का अनुपात भी कम होता है। इस कारण ऐसे आम में परिपक्व आम जैसा स्वाद कभी नहीं मिल पाता है। खतरनाक रसायनों से पकाया हुआ आम कैंसर युक्त होता है। उन्होंने बताया कि बंबई आम की परिपक्वता का समय 23 मई, जर्दालु का पांच जून और गुलाबखास का दो जून है।

अभी कीजिए थोड़ा इंतजार

आम खाने के लिए अभी थोड़ा इंतजार कीजिए। इसे भली-भांति परिपक्व होने दीजिए। बाजार से पके आम खरीदने से बेहतर है कच्चा आम खरीदकर उसे पाल पर पकाने के बाद खाइए।

जानिए रसायन से पके आम कितने खतरनाक

मायागंज अस्पताल के चिकित्सक डॉ. ओबेद अली का कहना है कि कैल्शियम कार्बाइड से पकाया गया आम स्वादिष्ट कम सेहत के लिए खतरनाक ज्यादा होता है। इसमें आर्सेनिक और गंधक जैसे जहरीले तत्व होते हैं। इसके अतिरिक्त जब इसे पानी में घोला जाता है तब यह एसिटिलीन गैस छोड़ता है जो मनुष्य के नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इस कारण लोगों को सिर दर्द, चक्कर आना, याददाश्त में कमी, चमकी, अनिंद्रा, लीवर और किडनी में सूजन, आंतों में संक्रमण और कैंसर जैसी बीमारियां होने का भी खतरा बना रहता है। उपरोक्त तीनों तत्व शरीर के लिए घातक होते हैं। ऐसे रसायन केप्रयोग से आम में मौजूद विटामिन ए का गुण भी समाप्त हो जाता है।

इसलिए बाजार में बढ़ी आम की आवक

इन दिनों शहर में पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश से आम की आपूर्ति की जा रही है। आम की किस्म स्वर्णरेखा और सफेदा बाजार में उपलब्ध है। हाल के दिनों में आई आंधी के कारण बागों में गिरे आमों को कैल्शियम कार्बाइड से पका कर बेचा जा रहा है। इस वजह से विभिन्न किस्मों के आम असमय बाजार में बिक रहे हैं। कुछ बागबान अधिक मुनाफा लेने के चक्कर में बंबई, जर्दालु और गुलाबखास समय से पहले तोड़कर बेच रहे हैं।

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