उपेंद्र के दिनचर्या में शुमार हुआ पौधरोपण, बने 'पर्यावरण प्रहरी', जानें... उनकी खासियत Bhagalpur News
उपेंद्र बताते हैं कि उनके पूर्वजों को भी हरियाली से प्रेम था। इसी प्रेरणा से से उन्होंने पौधरोपण शुरू किया। पहले खर्रा रोड स्थित अपने घर में आम के पौधे लगाए।
भागलपुर [अमरेन्द्र कुमार तिवारी]। अच्छी सोच और काम करने का जज्बा आम लोगों को भी खास बना सकता है। ऐसे ही खास व्यक्ति हैं खर्रा रोड, फतेहपुर निवासी उपेंद्र नारायण सिंह (61)। जीवन के अंतिम पड़ाव में भले उपेंद्र की काया थोड़ी कमजोर पड़ती जा रही है पर इनका जज्बा युवाओं को भी चुनौती देता है।
उपेंद्र बताते हैं कि उनके पूर्वजों को भी हरियाली से प्रेम था। इसी प्रेरणा से से उन्होंने पौधरोपण शुरू किया। पहले खर्रा रोड स्थित अपने घर में आम के पौधे लगाए। इसके बाद सरकारी जमीन पर भी पौधरोपण शुरू किया। अपने पैसे से आम, बेल, जामुन आदि पौधों की खरीदारी कर सरकारी और मंदिर की खाली जमीन पर लोगों के सहयोग से पौधरोपण किया। उपेंद्र अब तक करीब 500 से भी अधिक पौधे लगा चुके हैं, और उसकी सेहत का भी पूरा-पूरा ख्याल रखते हैं, ताकि मेहनत पर पानी न फिर जाए।
इस नेक कार्य में उनकी पत्नी इंदु कुमारी भी उन्हें आर्थिक मदद करती हैं। बता दें कि उपेंद्र की पत्नी भागलपुर में उद्योग विस्तार पदाधिकारी के पद पर हैं। पति-पत्नी ने मिलकर बरगद एवं पीपल के पौधों को इकट्ठा कर उसकी रि-प्लांटिंग भी करते हैं।
उपेंद्र का मानना है कि बदलती जीवन शैली और बढ़ती जनसंख्या ने पर्यावरण संतुलन को बिगाड़ दिया है। पेड़-पौधे हमारे जीवन के आधार हैं। इसके बिना धरती पर सजीव प्राणी की कल्पना नहीं हो सकती है। हम संतुलन को बिगाड़े हैं तो हमें ही सुधारना होगा। पौधरोपण से बड़ा कोई धर्म नहीं है।