व्यवस्थित होगा ट्रैफिक सिस्टम, आधुनिक संसाधनों से पूरी निगरानी
भागलपुर। शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने को लेकर कंट्रोल एंड कमांड साफ्टव
भागलपुर। शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने को लेकर कंट्रोल एंड कमांड साफ्टवेयर का कार्य तेजी से चल रहा है। नवंबर के बाद शहर का ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से कार्य करने लगेगा। शहरवासियों को बेहतर यातायात व्यवस्था मिलेगी। इस दिशा में चौराहों पर आधुनिक व आटोमैटिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है। महानगरों की तर्ज पर भागलपुर में भी यातायात व्यवस्था काम करेगी। इसके लिए 16 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का कार्य किया जा रहा है। अब तक 12 चौराहों पर सिग्नल लगाने का कार्य पूरा हो गया है। सितंबर तक सभी चौराहों पर सिग्नल का कार्य पूरा हो जाएगा। नौ चौराहों पर लाउडस्पीकर भी लगाए गए हैं। पूरा शहर सीसी कैमरे की निगरानी में होगा। पुलिस लाइन में निर्माणाधीन कंट्रोल एंड कमांड केंद्र भवन के दो तल पर सर्वर रूम का कार्य सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।
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यहां होगी ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था
तिलकामांझी चौक, मनाली चौक, आदमपुर चौक, नया बाजार चौक, कोतवाली चौक, खलीफाबाग चौक, घंटाघर चौक, कचहरी चौक, कोयला डीपो, भीखनुपर, अलीगंज चौक, गुड़हट्टा चौक, तातारपुर चौक, भागलपुर स्टेशन चौक, जीरोमाइल चौक व चंपा पुल।
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अब तक 12 चौराहों पर लगा सिग्नल
जीरोमाइल, तिलकामांझी चौक, मनाली, कचहरी चौक, भीखनपुर, घंटाघर कोतवाली चौक, तातारपुर चौक, भगालपुर रेलवे स्टेशन चौक, गुड़हट्टा चौक, अलीगंज व नाथनगर। शीतला स्थान चौक आदमपुर में कार्य चल रहा है। एक सप्ताह में कार्य पूरा हो जाएगा। खलीफाबाग व कोयला डीपो चौक पर सितंबर में कार्य पूरा होगा।
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सर्विलांस के लिए 250 जगह लगेंगे सीसी कैमरे
शहरी क्षेत्र में 250 स्थानों पर अपराध नियंत्रण के लिए सर्विलांस कैमरे लगाए जाएंगे। थाना स्तर पर स्थान चिन्हित किए गए हैं। नाथनगर में 40 स्थान, सराय से विश्वविद्यालय तक 21 स्थान, गुड़हट्टा चौक से शीतला स्थान तक 34 स्थल, तिलकामांझी से बरारी के बीच 30, तिलकामांझी से जीरोमाइल तक 10 स्थान, तिलकामांझी से चांदनी चौक बरहपुरा तक 10 गुड़हट्टा चौक से हबीबपुर तक 21 , कोतवाली से नाथनगर भया तातारपुर तक 28, मुख्य बाजार में 44 स्थानों पर सर्विलांस कैमरे लगाए जाएंगे। अभी तक 110 जगहों पर लगाए गए हैं। 25 सितंबर के पहले तक 190 जगहों पर सर्विलांस कैमरे लगाने का कार्य पूरा हो जाएगा। शहर में पांच प्रकार के करीब एक हजार कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें दो तरह के आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्नाइजेशन, तीसरा कैमरा रेड लाट वाइलेशन व चौथा कैमरा स्पीड वाइलेशन डिटेक्शन कैमरा होगा। वहीं अपराध पर नियंत्रण रखने के लिए 15 ऐसे जगहों पर फेस रिकग्नाइजेशन कैमरे लगाए जाएंगे। इससे कैमरे की नजर से गुजरने वाले अपराधी का चेहरा स्कैन कर कंट्रोल कक्ष को भेज देगा, जिससे अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होगा। अपराधियों का फोटो कंट्रोल कक्ष में पहले से फीड होगा।
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इन चौराहे पर लगाए गए लाउडस्पीकर
शहरी क्षेत्र में जीरोमाइल चौक, कचहरी चौक, तिलकामांझी चौक, स्टेशन चौक, मायागंज चौक, घुरन पीर बाबा चौक, कोतवाली चौक, गुड़हट्टा चौक व चंपा पुल चौक पर लाउडस्पीकर लगाए गए हैैं। इन्हें चालू कर दिया गया है। नगर निगम ने अवैध होर्डिंग हटाने के लिए अस्थाई कंट्रोल कक्ष से चौराहों पर लगे लाउडस्पीकर से प्रचार-प्रसार किया। लाउडस्पीकर से जन सूचना व त्योहार के दौरान भीड़ आदि की सूचना दी जाएगी। इसके अलावा 10 स्थानों पर इमरजेंसी काल बाक्स व पांच स्थानों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। 10 चौराहों पर एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन लगाई गई है।
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इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के फायदे
1. आईटीएमएस प्लेटफार्म : बीआरटीएस के सिग्नल सिक्रोनाइजेशन,इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर एक्सेस, चिह्नित गाड़ियों की पहचान करने, ट्रैफिक जाम की स्थिति में डायवर्ट प्लान तैयार करने में सक्षम होगा।
2. एडप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम : कंट्रोल रूम से हर चौराहे के सिग्नल की टाइमिग में बदलाव करने के साथ उन्हें कंट्रोल कर सकेंगे। वीआईपी मूवमेंट की स्थिति में सभी सिग्नल कंट्रोल कर सकेंगे।
3. नंबर प्लेट रिकग्नीशन : किसी भी गाड़ी का नंबर कंट्रोल रूम में ही नोट किया जा सकेगा। इससे तीन सवारी, हेलमेट नहीं पहनने, गलत लेन में गाड़ी चलाने सहित तेज गति से गाड़ी चलाने पर कार्रवाई की जा सकेगी।
4. रेड लाइन वाइलेश डिटेक्शन सिस्टम : रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम भी लगाया जाएगा। इससे ट्रैफिक नियम तोड़ने वाली गाड़ी के चालान अपने आप आरटीओ डेटा के आधार पर जारी किए जा सकेंगे।
5. स्पीड वाइलेशन : इन कैमरों में तय स्पीड से तेज गाड़ी चलाने वालों पर भी कार्रवाई की जा सकेगी।
6. ट्रैफिक वाइलेशन कैमरे : चौराहों पर किसी भी प्रकार का ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर कार्रवाई कर सकेंगे।
7. ट्रैफिक कंट्रोल, इनफर्मेशन एंड मैनेजमेंट सिस्टम : स्मार्ट सिटी को ट्रैफिक कंट्रोल, चौराहों की जानकारी और उन्हें मैनेज करने के प्लान की जानकारी मिल सकेगी।
8. पब्लिक एड्रेस सिस्टम : इन चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगेंगे। इससे चौराहों पर तैनात पुलिस जवान के अलावा कंट्रोल रूम से भी सीधे ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई हो सकेगी।
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कोट चौराहों पर सिग्नल लगाने का कार्य चल रहा है। पूरे शहर के 16 चौराहों पर दिसंबर के पहले सप्ताह से ट्रैफिक सिग्नल कार्य करने लगेंगे। इससे यातायात व्यवस्था में सुधार आएगी।
पंकज कुमार, पीआरओ, भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड