भगवान महावीर की जन्मस्थली के पौराणिक महत्व जानने को होगा सर्वे : सीएम
भगवान महावीर की जन्मस्थली का पौराणिक महत्व जानने के लिए पुरातत्वविदों की टीम द्वारा सर्वे कराया जाएगा।
जमुई (जेएनएन) : जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जन्मस्थली का पौराणिक महत्व जानने के लिए पुरातत्वविदों की टीम द्वारा सर्वे कराया जाएगा। खुदाई में दूसरी शताब्दी की ईंटें मिलना इस स्थल के पौराणिक महत्व का सूचक है। आवश्यकता पड़ी तो भारतीय पुरातत्व विभाग से भी सर्वे व खुदाई करने का आग्रह किया जाएगा। ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर श्रवण भगवान महावीर की जन्मस्थली क्षत्रिय कुंडग्राम में कही। वे भगवान महावीर की 2500 वर्ष पुरानी मूर्ति को तीन वर्ष बाद पुन: मंदिर में स्थापित करने के लिए आयोजित समारोह में भाग लेने यहां आए थे। भगवान महावीर की पूजा-अर्चना, जैन साधुओं से आशीर्वचन प्राप्त करने व प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के इस स्थल को विकसित किया जाएगा। यहां पुलिस आउट पोस्ट व लछुआड़ कुंडघाट से क्षत्रिय कुंडग्राम तक की पैदल यात्रा के धार्मिक महत्व को देखते पैदल मार्ग निर्माण की स्वीकृति दी गई है। जैन श्रद्धालुओं की निरंतर बढ़ती संख्या को देखते सरकार यहां जैन धर्मशाला निर्माण के लिए जमीन भी मुहैया कराएगी। इस मौके पर उन्होंने लोगों से महावीर के शांति और अ¨हसा के संदेश को आत्मसात करने की अपील करते हुए कहा कि सभी लोग मिल-जुलकर रहना सीखें।