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टीएनबी लॉ कॉलेज पर फिर मंडराया मान्यता का खतरा, जानिए इसकी वजह

शिक्षकों की कमी के कारण बार काउंसिल ऑफ इंडिया कॉलेज की पढ़ाई पर रोक लगा देगी। काउंसिल शिक्षकों की कमी के संबंध में लगातार पूछताछ कर रही है। कॉलेज की मान्‍यता पर भी खतरा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 06:01 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 04:58 PM (IST)
टीएनबी लॉ कॉलेज पर फिर मंडराया मान्यता का खतरा, जानिए इसकी वजह
टीएनबी लॉ कॉलेज पर फिर मंडराया मान्यता का खतरा, जानिए इसकी वजह

भागलपुर [जेएनएन]। टीएनबी लॉ कॉलेज पर एक बार फिर से मान्यता का खतरा मंडराने लगा है। कॉलेज में शिक्षकों की कमी को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। हालांकि बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) से दो शिक्षक कॉलेज को जरूर मिले हैं। लेकिन अभी तक दोनों ही शिक्षक ज्वाइन नहीं किया है। कहा जा रहा 16 जनवरी को अमित कुमार अकेला और अमित कुमार कॉलेज ज्वाइन करेंगे। इसके बावजूद स्थायी शिक्षकों के नौ और अतिथि शिक्षकों के आठ पद रिक्त रह जाएंगे। ऐसी स्थिति में बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिलना मुश्किल हो जाएगा। बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सत्र 2018-19 में नामांकन के लिए कॉलेज को इस शर्त पर अनुमति दी थी कि अगले सत्र की मान्यता के लिए शिक्षकों की कमी को दूर करना होगा। सत्र 2019-20 की मान्यता के लिए प्रक्रिया शुरू होने वाली है, लेकिन कॉलेज में शिक्षकों की कमी दूर नहीं हुई है। काउंसिल का स्पष्ट कहना है कि अगर शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं किया गया तो सत्र 2019-20 के लिए मान्यता नहीं मिलेगी।

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चार शिक्षकों के भरोसे लॉ की पढ़ाई

शिक्षकों की कमी के कारण बार काउंसिल ऑफ इंडिया कॉलेज की पढ़ाई पर रोक लगा देगी। काउंसिल शिक्षकों की कमी के संबंध में लगातार पूछताछ कर रही है। काउंसिल ने शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए कॉलेज के साथ-साथ सरकार को भी पत्र भेजा है। कॉलेज में 23 शिक्षकों के पद के विरुद्ध मात्र चार शिक्षक ही कार्यरत हैं। हालांकि दो शिक्षक बुधवार को पदभार ग्रहण करने के संकेत दिए हैं। नियमित शिक्षकों की संख्या मात्र दो है। दो शिक्षकों के पदभार ग्रहण करने के बाद इसकी संख्यर चाह हो जाएगी। फिर भी नौ शिक्षकों का पद रिक्त रह जाएगा। काउंसिल का स्पष्ट कहना है कि कॉलेज में पहले शिक्षकों की व्यवस्था करें, तभी मान्यता मिलेगी। सत्र 2017-18 का एफिलिएशन मिला था और तब भी काउंसिल ने शर्त रखी थी कि अगले सत्र में तभी संबंधन मिलेगा जब शिक्षकों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ पाई और इस वजह से काउंसिल 2018-19 में एफिलिएशन नहीं दे रही थी। बार-बार आग्रह करने पर काउंसिल ने कॉलेज की पूर्वी बिहार में उपयोगिता को देखते हुए इस बार के लिए एफिलिएशन विस्तार दिया है।

कॉलेज में लॉ के स्थायी शिक्षकों का पद 13 है। इसके विरुद्ध मात्र दो ही शिक्षक कार्यरत हैं और दो पदभार ग्रहण करने वाले हैं। गेस्ट टीचर के 10 पद हैं और दो ही कार्यरत हैं। विवि में अभी गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति हुई है, लेकिन विवि लॉ के शिक्षकों की नियुक्ति करने के लिए इसलिए तैयार नहीं हो रहा है, यहां न तो डीन है और न ही प्राचार्य। दोनों ही पद प्रभार में चल रहा है। हालांकि प्रभारी प्राचार्य ने कुलपति से गेस्ट शिक्षकों की बहाली करने का अनुरोध किया है।

शिक्षकों की संख्या

विषय                     पद       वर्तमान संख्या

लॉ                         13       2

अर्थशास्त्र                 1         2

अंग्रेजी                    2         3

हिन्दी                     2         2

इतिहास                  2         3

राजनीति शास्त्र         1         2

समाजशास्त्र               2       1

कुल छात्रों की सीट

लॉ त्री वर्षीय : 300

लॉ पांच वर्षीय : 300

एलएलएम : 20 और 15

टीएनबी लॉ कॉलेज प्राचार्य डॉ. मधुसूदन सिंह ने कहा कि कॉलेज को दो और शिक्षक मिले हैं। फिर नौ पद रिक्त है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया से सत्र 2019-20 की मान्यता के लिए प्रयास किया जाएगा। काउंसिल ने शिक्षकों की कमी दूर करने का निर्देश दिया है। शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विवि को लिखा गया है। आठ गेस्ट टीचर की मांग की गई है।


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