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TMBU : विश्वविद्यालय कर्मियों लिए सरकार ने जारी किया सात माह का वेतन

TMBU कर्मचारियों को अगस्त 2020 से लेकर फरवरी 2021 तक का वेतन जारी किया। अब दशहरा के पहले मिल जाएगा कर्मियों को वेतन और संविदाकर्मियों को मानदेय। सरकार ने वेतन और मानदेय मद की राशि विश्वविद्यालय को जारी कर दी है। टीएमबीयू के लिए 80 करोड़ जारी हुई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 11:46 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 11:46 PM (IST)
TMBU : विश्वविद्यालय कर्मियों लिए सरकार ने जारी किया सात माह का वेतन
राज्य सरकार ने तिमांविवि को वेतन और मानदेय मद की राशि विश्वविद्यालय को जारी कर दी है।

भागलपुर, जेएनएन। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) और इससे संबद्ध कॉलेजों के नियमित शिक्षक, कर्मी, पेंशनर और अतिथि शिक्षकों का दशहरा फीका नहीं होगा। राज्य सरकार ने सोमवार को वेतन और मानदेय मद की राशि विश्वविद्यालय को जारी कर दी है। सरकार के उपसचिव अरशद फिरोज ने अगस्त 2020 से लेकर फरवरी 2021 तक का वेतन जारी करने संबंधी अधिसूचना जारी की है। टीएमबीयू के लिए अकेले करीब 80 करोड़ की राशि जारी हुई है।

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भुस्टा ने की एरियर की मांग

इधर, भुस्टा के अध्यक्ष डॉ. दयानंद राय ने कहा है कि विश्वविद्यालय में 22 अक्टूबर से दशहरा को लेकर अवकाश होने वाला है। उन्होंने मांग की कि इसके पूर्व अगस्त से लेकर सितंबर तक टीएमबीयू वेतन भुगतान और अंडरटेकिंग लेकर विश्वविद्यालय एरियर की राशि जारी कर दे। वेतन जारी होने के बाद कर्मचारी संघ के रंजीत कुमार ने कहा है कि अब जल्द प्रक्रिया पूरी कर विश्वविद्यालय कर्मियों को वेतन भुगतान कर दिया जाए।

अतिथि शिक्षकों को मिलेगा जून का भी वेतन

जिन कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों ने जून में भी अपना ई-कंटेंट जमा किया था, उन्हें जून से लेकर सितंबर तक का मानदेय मिलेगा। इसके पूर्व कुलसचिव ने जुलाई से ही मानदेय देने की तैयारी की थी, लेकिन अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कुलपति को पत्र लिख कहा था कि जून में भी उन लोगों ने कंटेंट अपलोड किया है। ऐसे में उनका जून से दावा लिया जाए। कुलपति ने उनकी मांगें मान जून से मानदेय देने की अनुमति दी है।

जून में नहीं लिया ई-कंटेंट

उधर, अतिथि व्याख्याता शिक्षक संघ के सचिव अखिलेश प्रसाद मंडल ने कुलपति को पत्र लिख जून माह के मानदेय के लिए मांग की है। उन्होंने कहा कि कुछ कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों से जून माह में प्राचार्य द्वारा ई-कंटेंट यह कहकर नहीं लिया गया कि गर्मी छुट्टी है। ऐसे में उनके दावे पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का अनुरोध किया है।


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