TMBU: परीक्षा विभाग को बनाया जाएगा आधुनिक, पीजी विभागों के प्रोन्नत और फेल विद्यार्थियों को दी जाएगी राहत
TMBU टीएमबीयू के परीक्षा विभाग को आधुनिक बनाया जाएगा। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने परीक्षा विभाग के विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। अधिकारियों को परीक्षा संचालन और परिणाम में लापरवाही नहीं बरतने को कहा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। टीएमबीयू के परीक्षा विभाग को आधुनिक करने की कवायद शुरू होगी। इस लेकर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को परीक्षा विभाग के विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां चल रहे कार्यों के बारे में परीक्षा नियंत्रक डॉ. अरुण कुमार सिंह से जानकारी ली। उन्होंने कंप्यूटर रूम में चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। उत्तर पुस्तिकाओं में हो रहे कोडिंग-डिकोडिंग के कार्यों को भी देखा।
जिस कमरे में टेबुलेटिंग रजिस्टर रखा हुआ था, कुलपति वहां भी पहुंची और सिस्टम के बारे में जानकारी ली। उन्होंने गोपनीयता बनाने को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने परीक्षा विभाग को और भी व्यवस्थित बनाने को कहा है। छात्रों को समय से और त्रुटि रहित परिणाम मिले, इसके लिए कवायद होगी। उन्होंने दूसरे तल्ले पर स्थित परीक्षा विभाग के कमरों को भी देखा। वहां भी जल्द कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। कुलपति के साथ प्रतिकुलपति प्रो. रमेश कुमार भी मौजूद थे। यह जानकारी पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने दी।
परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया निर्णय
टीएमबीयू ने पीजी विभागों के प्रोन्नत और फेल विद्यार्थियों के लिए राहत देने की कवायद शुरू की है। परीक्षा बोर्ड की बैठक में इस बात को लेकर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने जरूरी निर्णय लिया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि पीजी के पहले सेमेस्टर में जो छात्र दो पेपर में फेल होने के बाद प्रोन्नत हुए हैं, उन्हें अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत तो किया जाएगा, किंतु उन्हें बाद में पहले सेमेस्टर में फेल दोनों पेपरों की परीक्षा देनी होगी। इसी तरह पहले सेमेस्टर में तीन से ज्यादा पेपर में फेल हुए छात्रों को भी प्रोन्नत करने का निर्णय लिया गया है। किंतु ऐसे छात्रों को बाद में पहले सेमेस्टर के सभी पांच पेपर की परीक्षाएं देनी होगी। छात्रों को यह रात कोविड-19 के कारण ली गई है। बता दें कि हाल ही में जो परीक्षाफल प्रकाशित हुआ था, उसमें पीजी बॉटनी के करीब 27 छात्रों में से नौ प्रोन्नत और नौ फेल हो गए। वे लोग इसका कारण कोविड के कारण पढ़ाई ना कर पाना बता रहे थे। इस मामले को लेकर कमेटी बनाई गई थी। जिसने अपनी रिपोर्ट परीक्षा बोर्ड के समक्ष रखी थी। अन्य विषयों में भी इसे लागू किया जाएगा।