राजनीति विज्ञान का हेड बनाकर बैठा दी जांच कमेटी
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के हेड प्रो. रमेश चंद्र राय को विवि के एक अधिकारी के पास बैठना महंगा पड़ा।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के हेड प्रो. रमेश चंद्र राय को विवि के एक अधिकारी के पास बैठना महंगा पड़ा। विवि प्रशासन प्रो. राय को हेड बनाकर प्रोन्नति में गड़बड़ी को लेकर जांच बैठा दी है। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी के संयोजक अर्थशास्त्र विभाग के हेड प्रो बसंत कुमार झा, इतिहास विभाग के हेड प्रो. राजीव कुमार सिन्हा और भूगोल विभाग के हेड प्रो. शरत चंद्र मंडल को रखा गया है। कमेटी प्रो. रमेश चंद्र राय के पुराने कार्यकाल की जांच करेगा। प्रो. राय एक सितंबर को ही हेड बनाए गए हैं।
प्रो. राय टीएनबी लॉ कॉलेज में राजनीति विज्ञान के शिक्षक थे। उनका स्थानांतरण कर पिछले वर्ष पीजी राजनीति विज्ञान विभाग का हेड बनाया गया था। इस दौरान प्रो. राय विवि के एक अधिकारी के पास बैठा करते हैं। इसकी जानकारी किसी ने बड़े साहब को दे दी। कुछ दिनों बाद ही प्रो. राय को हेड से हटाकर प्रो. विजय कुमार को पुन: हेड बना दिया गया था। प्रो. विजय के सेवानिवृत्त होने के बाद विवि के कुछ अधिकारी मारवाड़ी कॉलेज के शिक्षक को राजनीति विज्ञान विभाग का हेड बनाना चाहते थे। लेकिन वह शिक्षक प्रो. राय के दस से 12 साल जूनियर है। वरीयता के आधार पर विवि प्रो. रमेश चंद्र राय को हेड बना दिया। मंशा पूरा होता नहीं देख कुछ अधिकारियों ने कुलपति के समक्ष प्रो. राय के प्रोन्नति का मामला उठा दिया। साथ एक खास अधिकारी के पास बैठने की सूचना दी। जबकि प्रो. राय विवाद से बचने के लिए छह माह से न तो उक्त अधिकारी के पास बैठते हैं और न ही विवि बिना कार्य के जाते हैं। प्रो. राय के हेड बनाते के साथ ही जांच कमेटी बैठा दी गई है। कमेटी प्रो. राय के पिछले कार्यकाल और प्रोन्नति से संबंधित मामले की जांच करेगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कुलपति आगे की कार्रवाई करेंगे।