TMBU छात्र संघ चुनाव : निर्दलीय काउंसलरों में सेंध लगाने की कोशिश
अभाविप और छात्र राजद निर्दलीय काउंसलरों को अपनी ओर करने के फिराक में हैं। निर्दलीय काउंसर जिधर का रूख करेंगे चुनाव का गणित उस ओर दिखाई देगा। विवि में कई नेता कैंप कर रहे हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बीच कांटे की टक्कर है। सात फरवरी को विवि पैनल के लिए होने वाले चुनाव के लिए विद्यार्थी परिषद और छात्र राजद ने सभी पदों के लिए उम्मीदवार खड़े किए हैं। केंद्रीय पुस्तकालय में शनिवार को 32 काउंसलर ने विभिन्न पदों के लिए दावेदारी दर्ज कराई। 16 पदों के लिए विद्यार्थी परिषद के 16 और छात्र राजद की ओर से 16 उम्मीदवारों ने नामांकन कराया।
इनमें से दस काउंसलर ने अध्यक्ष से लेकर कोषाध्यक्ष तक के पदों के लिए दावेदारी की, जबकि शेष 22 काउंसलर ने कार्यकारिणी के 11 पदों के लिए उम्मीदवारी का पर्चा भरा। नामांकन के पर्चे मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. योगेन्द्र और इसके लिए बनाई गई कमेटी की मौजूदगी भरे गए। नामांकन सुबह 10 से शाम चार बजे तक होना था, लेकिन अधिकांश प्रत्याशी देर से पहुंचे। शुरुआत के तीन घंटे तक दो से तीन प्रत्याशी ही नामांकन के लिए पहुंचे थे। दोपहर लगभग दो बजे छात्र राजद के उम्मीदवार जुलूस के रूप में नामांकन स्थल तक आए तो विद्यार्थी परिषद ने भी तेजी दिखाई और अगले दो घंटे में दोनों संगठनों को मिलाकर 25 से ज्यादा उम्मीदवारों का नामांकन हुआ। इस दौरान अध्यक्ष से लेकर कोषाध्यक्ष तक के पांच पदों की उम्मीदवारी को लेकर प्रपत्रों की तकनीकी अड़चन भी आई। जिसे दूर करने में थोड़ा समय लगा। इसलिए कार्यकारिणी पदों की उम्मीदवारी पहले हो गई।
मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. योगेन्द्र ने नामांकन से पहले ही कह दिया था कि नामांकन में न किसी की छंटनी होगी और न किसी की उम्मीदवारी रद की जाएगी। प्रत्याशी केवल अपना नाम लिखकर भी पर्चा भरेंगे तो उन्हें बाकी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए उनका नामांकन स्वीकार कर लिया जाएगा। यही हुआ। नामांकन का पर्चा भरने वाले सभी काउंसलर चुनाव के लिए योग्य पाए गए।
टीएनबी और मारवाड़ी के अध्यक्ष उम्मीदवार : विद्यार्थी परिषद और छात्र राजद ने अध्यक्ष पद का उम्मीदवार कॉलेज से जीत कर आए काउंसलर को बनाया है। परिषद ने मारवाड़ी कॉलेज के छात्र अभिषेक कुमार को और छात्र राजद ने टीएनबी कॉलेज के छात्र शांतनु को प्रत्याशी बनाया। इसकी वजह परिषद ने मारवाड़ी कॉलेज के काउंसलर के सभी सात पद जीते थे जो सर्वाधिक थे और छात्र राजद ने टीएनबी कॉलेज में पांच काउंसिलर के पद जीते थे जो उसके लिए सर्वाधिक था।
विद्यार्थी परिषद के उम्मीदवार
अध्यक्ष : अभिषेक कुमार
उपाध्यक्ष : नेहा कुमारी
महासचिव : अंकुश राज
संयुक्त सचिव : अभिज्ञान सिंह
कोषाध्यक्ष : प्रियंका कुमारी, अभिषेक कुमार अमर
कार्यकारिणी के प्रत्याशी : अभिषेक कुमार अमर, कुमार सौरभ, आदित्य राज, अनिमेष आनंद, नेहा कुमारी, शिवानी कुमारी, सोहित कुमार सिंह, सुमित आनंद, सौरभ कुमार सिंह, धनंजय कुमार तिवारी, अविनाश कुमार
छात्र राजद के उम्मीदवार
अध्यक्ष : शांतनु कुमार
उपाध्यक्ष : मोहित कुमार
महासचिव : स्वाति सुरभि
संयुक्त सचिव : अविनाश कुमार झा
कोषाध्यक्ष : रोहित
कार्यकारिणी के प्रत्याशी : लालू यादव, प्रणव कुमार, अंबुज कुमार, राहुल राज, राहुल कुमार, सिंटू कुमार यादव, मोनू कुमार, सुमन कुमार यादव, तबस्सुम खातून, लूसी कुमारी, कायनात खातून
विवि छात्रसंघ चुनाव को लेकर जोड़-तोड़ शुरू
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में सात फरवरी को होने वाले छात्रसंघ चुनाव को लेकर विद्यार्थी परिषद और छात्र राजद के बीच जोड़-तोड़ शुरू हो गया है। प्रत्याशियों को अपने पक्ष में करने का दौर शुरू हो गया है। चुनाव में कुछ ही काउंसलर विद्यार्थी परिषद और छात्र राजद के दांव को पलट सकते हैं।
छात्र राजद ने नामांकन के दौरान 22 प्रत्याशियों का परेड कराया था। वहीं, विद्यार्थी परिषद ने नामांकन के बाद 16 प्रत्याशियों सहित कुल 21 काउंसलर सदस्यों को एक साथ खड़ा कराकर फोटो करा दिया। यानी दोनों संगठनों ने 43 प्रत्याशियों को दिखा दिया। वहीं शेष चार काउंसलर हैं, जो जिस संगठन के साथ चले जाएंगे जीत उन्हीं की होगी। कुछ काउंसलर हैं जो अपने संगठन से नाराज होने के कारण चुपके से इधर-उधर वोटिंग कर सकते हैं। काउंसलर टूटने का डर परिषद और राजद दोनों को है। इसीलिए दोनों ने अपने समर्थकों का मोबाइल स्विच ऑफ करा दिया है। कई को शहर से बाहर भेज दिया गया है। फिलहाल वे कहां है, उनका पता नहीं चल पा रहा है। वहीं कुछ काउंसलर सदस्य जो अपने संगठन के प्रति ईमानदार हैं वे खुलेआम घूम रहे हैं।
ऐसे भी काउंसिलर हैं जो वरीष्ठ हैं, लेकिन उन्हें अध्यक्ष पद का प्रत्याशी नहीं बनाया गया है वे अपने संगठन से नाराज हैं। वह संगठन के साथ तो हैं लेकिन कुछ पदों के लिए दूसरे को भी मत दे सकते हैं या उसे खाली छोड़ सकते हैं। एक प्रत्याशी ने अपने मित्र से अपने संगठन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें सहयोग करने की बात कही।