टीएमबीयू और एजेंसी की रार में छात्रों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) और यूएमआइएस के तहत कार्य करने वाली एजे
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) और यूएमआइएस के तहत कार्य करने वाली एजेंसी की लड़ाई में छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। एक ओर जहां टीएमबीयू प्रशासन ने एजेंसी को कार्य शुरू करने के बाद भुगतान की बात कही है, वहीं दूसरी तरफ एजेंसी के प्रतिनिधियों का कहना है कि उन्हें ऊपर से आदेश हैं कि जब तक टीएमबीयू भुगतान नहीं करता तब तक काम शुरू नहीं करें। इस स्थिति के कारण लगातार अधिकारी आपस में बैठक करे रहे हैं, कितु वह बेनतीजा रह जा रही है।
बिना डाटा नहीं शुरू हो सकता है आफलाइन कार्य
टीएमबीयू में स्नातक सत्र : 2021-24 में नामांकन आवेदन, नामांकन और शुल्क जमा करने का कार्य आनलाइन माध्यम से हुआ था। इस कारण सारा डाटा एजेंसी के पास ही पड़ा हुआ है। विवि प्रशासन ने उस डाटा को एजेंसी से लेना चाहा, कितु वे बिना भुगतान डाटा भी देने को तैयार नहीं है। ऐसे में बिना डाटा विश्वविद्यालय आनस्पाट स्नताक नामांकन की सूची आफलाइन तरीके से भी नहीं कर सकती है। इसके अलावा उक्त सत्र में नामांकित छात्रों का पंजीयन भी संभव नहीं है। ऐसे स्थिति में छात्रों का आक्रोश विश्वविद्यालय के खिलाफ बढ़ रहा है।
अवकाश के कारण भुगतान का फंसेगा मामला
टीएमबीयू में त्योहारों को लेकर अवकाश हो गया है। अब विश्वविद्यालय 15 नवंबर को खुलेगा। इस कारण अब एजेंसी को दिया जाने वाले भुगतान की प्रक्रिया लंबित हो जाएगी। हालांकि कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने कहा है कि छात्रों को समस्या ना हो। इसके लिए कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि एजेंसी स्नातक आनस्पाट के तहत नामांकन कार्य शुरू कर दे। वे लोग भी भुगतान की प्रक्रिया को देखेंगे, कितु कंपनी प्रतिनिधि किसी भी तरह के मौखिक आश्वासन को नहीं मानना चाह रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि यदि भुगतान होता है तो ही काम करेंगे।