पोता-पोती के साथ बीत रहा समय
लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिनचर्या बदल गई है। बाहर घूमना-फिरना बंद हो गया है।
भागलपुर। लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिनचर्या बदल गई है। बाहर घूमना-फिरना बंद हो गया है। घरों में बंद लोग अपने को उसी अनुरूप ढाल लिए हैं। पूर्व जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. विष्णुदेव झा का पूरा समय अभी पोते-पोतियों के साथ बीत रहा है।
लॉकडाउन के पूर्व डॉ. झा सुबह-सुबह टहलने निकलते थे। अब योग और प्राणायाम कर रहे हैं। नवरात्र के कारण इनका समय अभी मां दुर्गा की स्तुति में भी बीत रहा है। रामायण का पाठ भी कर रहे हैं। इनकी पत्नी दुर्गा सप्तशती का पाठ करती हैं। पूजा-पाठ के बाद पोता-पोती के साथ बीत रहा है। इनका पोता शौर्य माउंट असीसि स्कूल सीनियर सेक्शन में पढ़ता है और पोती अनुपमा माउंट कार्मेल स्कूल की छात्रा है।
डॉ. झा अपने पोता और पोती के संग बच्चे बन गए हैं। कभी कैरम खेलते हैं तो कभी लूडो। कभी क्रिकेट तो कभी बैडमिंटन भी खेलना पड़ रहा है। हालांकि पढ़ाई के समय बच्चों को पढ़ा भी रहे हैं। बच्चों का अधिकांश समय दादा-दादी के बीच बीत रहा है। नाश्ते का जिम्मा डॉ. झा के पुत्र डॉ. प्रवीण झा ने संभाल रखा है। खुद किचन में जाकर हलवा बना रहें हैं। चूड़ा भून रहे हैं। पापड़ छान रहे हैं। मम्मी-पापा और पत्नी के लिए चाय और कॉफी बना रहे हैं। बच्चों का कपड़ा साफ कर रहे हैं। डॉ. प्रवीण झा का कहना है कि अभी पूरा समय घर पर बीत रहा है। किचन में काम कर पत्नी का भरपूर सहयोग कर रहे हैं। ऐसे तो पूरा समय घर के बाहर ही बीतता था। पहली बार लगातार समय घर पर बीत रहा है। इनकी पत्नी चंदना झा किचन के साथ-साथ पूरे परिवार का ख्याल रख रहीं हैं। घर में हंसी-मजाक का माहौल है।