थानेदार ने कुछ ऐसा किया कारनामा कि डीआइजी ने सभी पुलिसकर्मियों पर कस दी नकेल
डीआइजी ने दुकानदारों को तिलकामांझी चौकी इंचार्ज के पास भेजा लेकिन चौकी इंचार्ज ने पीडि़तों को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। इसके बाद डीआइजी ने सभी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर की पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति को सहयोग करने के बदले उन्हें फटकार दिया। यहां तक कि डीआइजी के आदेश में भी पुलिस ने नजरअंदाज कर दिया। इस मामले की जब जानकारी जब डीआइजी को हुई तो उन्होंने चौकी इंचार्ज समेत सभी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की। इस मामले में तिलकामांझी चौक पर अवैध तरीके से दुकान तोडऩे मामले में पुलिस पर बड़ी कार्रवाई हुई है। डीआइजी विकास वैभव ने तिलकामांझी चौकी प्रभारी संजय सत्यार्थी को निलंबित कर दिया है। साथ ही पुलिस चौकी में पदस्थापित अन्य सभी अफसरों व कर्मियों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।
यह मामला तिलकामांझी चौक इलाके में जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। इसमें एडीजी मुख्यालय ने भी डीआइजी को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया था। न्यायालय में भी चौकी इंचार्ज समेत अन्य पर केस हुआ है। जानकारी के मुताबिक शहर के एक व्यवसायी ने तिलकामांझी चौक स्थित पेट्रोल पंप की जमीन खरीदी थी। उस जमीन पर कुछ लोगों की दुकानें भी थी। जमीन खरीद करने वाले व्यवसायी ने दुकानदारों को दुकान खाली करने को कहा। इसके बाद उन लोगों को कई बार धमकियां भी दी। इस पर दुकानदारों ने तर्क दिया वे 35 वर्षों से दुकान चला रहे हैं। पहले जिसकी जमीन थी उन्हें वे समय से किराया देते थे।
डीआइजी से की थी शिकायत फिर भी तोड़ दी दुकान
इस मामले में दुकानदारों ने तीन जनवरी को डीआइजी से मुलाकात की। दुकानदारों ने व्यवसायी की ओर से दुकान तोड़े जाने की मिल रही धमकी की शिकायत भी की। डीआइजी ने दुकानदारों को तिलकामांझी चौकी इंचार्ज के पास भेजा लेकिन चौकी इंचार्ज ने जांच के बदले फिर से पीडि़तों को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया।
19 तारीख को रात में व्यवसायी ने पुलिस की मिलीभगत से जमीन पर बनी दुकान को जेसीबी से ढहा दिया। मंगलवार को पीडि़त फिर डीआइजी से मिले और उन्हें बताया कि जांच के बदले व्यवसायी ने चौकी प्रभारी के साथ मिलकर षडयंत्र करके रातों रात दुकान को ढहा दिया। जिस दिन यह कार्रवाई हुई उस दिन इंचार्ज एक दिन की छïट्टी पर चले गए। इस पर डीआइजी ने एसएसपी आशीष भारती को जांच कराकर रिपोर्ट मांगी। एसएसपी ने सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को मौके पर भेज जांच कराई। गलत तरीके से दुकान ढहाने की बात सही निकली। रिपोर्ट मिलते ही डीआइजी ने कार्रवाई कर दी।
दुकानदारों ने एडीजी को भी लिखा था पत्र
अवैध तरीके से दुकान ढहाने मामले में दुकानदारों ने एडीजी मुख्यालय को भी शिकायत पत्र भेजा था। शिकायत पर एडीजी ने मोबाइल से फोन कर डीआइजी को जांच करने का निर्देश दिया था। डीआइजी ने कार्रवाई करते हुए एडीजी को रिपोर्ट भेजा दी है। उसमें बताया कि चौकी इंचार्ज संजय सत्यार्थी ने वरीय अधिकारियों के निर्देशों को दरकिनार करते हुए अपनी मनमानी करते हुए कार्य किया। इस लेकर उन्हें निलंंबित कर विभागीय कार्रवाई चलाने का आदेश दिया गया है। इस कार्य में थाने में पदस्थापित सभी अफसरों व कर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इस कारण उन लोगों को भी अन्यत्र स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है।
डीआजी विकास वैभव ने कहा कि अवैध तरीके से दुकान ढहाने की शिकायत मिली थी। जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया गया था।
जांच के बदले शिकायतकर्ता को प्रताडि़त किया जाने लगा। इस कारण चौकी प्रभारी को निलंबित करते हुए थाने के सभी अफसरों व कर्मियों को अन्यत्र स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है।
तिलकामांझी थानाध्यक्ष समेत आठ पर दो आपराधिक मुकदमा
बूढ़ानाथ रोड निवासी हिमांशु शेखर मिश्रा ने साजिश रच कर तिलकामांझी स्थित होटल ध्वस्त कर लूटपाट कराने समेत कई गंभीर आरोप लगा तिलकामांझी थानाध्यक्ष समेत आठ पर आपराधिक मुकदमा किया है। सोमवार को प्रभारी सीजेएम की अदालत में दर्ज कराए गए मुकदमे की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने मामले को गंभीर बताते हुए घटना को लेकर पुलिस रिपोर्ट मांग ली है। अब पुलिस रिपोर्ट आने के बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है। मुकदमे में तिलकामांझी के वर्तमान थानाध्यक्ष संजय कुमार सत्यार्थी, विशाल, अंशुमान, अंकुर समेत अन्य को आरोपित बनाया गया है। सोमवार को ही इशाकचक निवासी मुहम्मद सलालउद्दीन ने भी दुकान ध्वस्त कराने, लूटपाट कराने समेत अन्य कई गंभीर आरोप लगाते हुए तिलकामांझी थानाध्यक्ष समेत अन्य के विरुद्ध न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराया है। दोनों मुकदमों की सुनवाई में प्रभारी सीजेएम आशुतोष पांडेय ने पुलिस रिपोर्ट मांग ली है। अब दर्ज शिकायत में घटना और घटनास्थल संबंधी पुलिस रिपोर्ट अदालत को सौंपी जानी है। रिपोर्ट के आने के बाद कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगी। दोनों मुकदमों में शिकायत करने वालों ने तीन लाख रुपये से अधिक के सामानों की लूट का दावा किया है।
नए चौकी इंचार्ज ने दिया योगदान, कर्मियों को बदलने की शुरू हुई प्रक्रिया
तिलकामांझी चौकी इंचार्ज संजय सत्यार्थी को निलंबन के बाद नए इंचार्ज मिथिलेश कुमार ने बुधवार को योगदान दे दिया है। साथ ही चौकी में पदस्थापित सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को भी बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि तिलकामांझी चौकी इंचार्ज पर एक जमीन विवाद में एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगा था। जांच के बाद रेंज डीआइजी विकास वैभव ने उन्हें निलंबित करते हुए पूरी पुलिस चौकी की टीम को दूसरे जगह स्थानांतरित करने का आदेश मंगलवार को दिया था।
एक साथ हटाने से व्यवस्था हो सकती है प्रभावित
पुलिस चौकी में एक साथ सभी को हटाने से वहां की व्यवस्था खराब बिगड़ सकती है। तिलकामांझी चौकी अति व्यस्त चौकी में आता है। इसके अंतर्गत सर्किट हाउस, कचहरी, एसएसपी आवास, सैंडिस कंपाउंड, कैंप जेल, हवाई अड्डा, बस स्टैंड समेत अन्य संवेदनशील इलाके हैं। इस कारण एक दो दिनों में टीम को बदला जाएगा। सभी को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की पक्रिया शुरू कर दी गई है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि डीआइजी के आदेश पर सभी को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एक दो दिनों में सभी को बदलकर नए पदाधिकारी व कर्मियों की तैनाती कर दी जाएगी।