नकली नोट थमा कर ले लिए असली नोट, लेन-देन में बैंककर्मी ने किया सहयोग Bhagalpur News
बैंक ऑफ इंडिया में एक ठग ने बैंक उपभोक्ता से नकली नोट देकर उसके असली नोट ले लिए। नोट की गिनती और असली होने की जानकारी बैंककर्मी से उपभोक्ता को दी थी।
भागलपुर [जेएनएन]। मिरजानहाट निवासी विश्वजीत कुमार झा का अज्ञात ठगों ने बैंककर्मी की मदद से नकली नोट का बंडल दिखाकर 50 हजार रुपये ठग लिया। वे मूलरूप से रामपुरडीह के रहने वाले हैं। वे कजरैली हाईस्कूल में शिक्षक हैं। उन्होंने इस मामले में बरारी चौकी में बैंककर्मी पंकज कुमार और एक अन्य अज्ञात पर धोखे से ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी में ठग का चेहरा कैद हुआ है।
श्राद्धकर्म के लिए रुपये निकालने गए थे बैंक
विश्वजीत कुमार ने बताया कि उनके पिता का 22 अगस्त को निधन हो गया था। श्राद्धकर्म के लिए वे बरारी के खंजरपुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में तीन लाख रुपये निकालने के लिए 24 अगस्त को पहुंचे। वहां उन्होंने काउंटर से तीन लाख रुपये निकाले। बैंक से उन्हें पांच सौ के छह बंडल दिए गए। उन्होंने काउंटर पर ही रुपये गिनना शुरू किया। तभी पास खड़े व्यक्ति ने उन्हें कहा कि वो अपने दो हजार के बंडल के बदले पांच सौ का बंडल लेना चाहता है। इस बात पर वे तैयार नहीं हुए। लेकिन ठग ने उन्हें कहा कि उन्हें खुदरा पांच सौ रुपये की काफी जरूरत है।
काउंटर पर बैंककर्मी ने की थी नोटों की गिनती
ठग ने विश्वजीत से कहा कि यदि उन्हें किसी तरह का शक है तो काउंटर पर रुपये गिनवा लेते हैं। यह कहते हुए ठग काउंटर नंबर 10 पर पहुंचा और दो हजार का बंडल (50 नोट) तैनात कर्मी पंकज कुमार को दे दिया। पंकज ने भी नोट गिनकर उन्हें वापस कर दिया। विश्वजीत ने पंकज को पूछा कि रुपये असली और ठीक हैं ना। इस बात पर पंकज ने हामी भर दी। तब विश्वजीत ने विश्वास में आकर दो हजार के बंडल के बदले पांच सौ का दो बंडल (एक लाख) उसे दे दिया। दो हजार का बंडल उन्होंने थैले में रख लिया। जब बाहर निकलने पर उन्होंने दो हजार का बंडल निकाला तो उसमें 25 नोट ही निकला। यह देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने जब काउंटर पर पंकज कुमार से पूछा तो उन्हें ही दोषी ठहराया जाने लगा। विश्वजीत ने कहा कि दो हजार के सभी 25 नोट नकली हैं।