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किशनगंज की यह सड़क ओवरलोड वाहनों के लिए सेफजोन, पूरे रात सैकड़ों ट्रकों का होता है परिचालन

किशनगंज में ओवरलोडेड वाहनों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। अधिकतर वाहन ठाकुरगंज होकर आगे बहादुरगंज की ओर जाती है अथवा कभी-कभी छत्तरगाछ रूट होकर गुजरती है। ग्रामीणों की मानें तो औसतन सौ गाडिय़ां शाम ढलने के बाद से सुबह होने के पूर्व तक चलती है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 03:06 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 03:06 PM (IST)
किशनगंज की यह सड़क ओवरलोड वाहनों के लिए सेफजोन, पूरे रात सैकड़ों ट्रकों का होता है परिचालन
किशनगंज में ओवरलोडेड वाहनों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

संवाद सूत्र, पोठिया (किशनगंज)। सीमावर्ती क्षेत्र में ओवरलोड वाहन और इंट्री गिरोह के गठबंधन का खेल बड़ा निराला है। इंट्री गिरोह हर क्षेत्र के स्थानीय सरकारी के बाबुओं से मिलीभगत कर सरकार को राजस्व का चूना लगाता है वहीं मालवाहक वाहन स्वामी खुद के मुनाफा के लिए इंट्री गिरोह पर आश्रित रहते हैं। हाल में सरकार के स्तर से बालू को लेकर मचे हाहाकार में कई अधिकारियों पर कार्रवाई होने के बाद जिला स्तर पर अब अधिकारी सख्त हो गए हैं। नतीजा है कि स्थानीय प्रशासन को ओवरलोड वाहन के प्रवेश का भनक तक नहीं लगता लेकिन जिला मुख्यालय में बैठे अधिकारी को बुधवार की संध्या ओवरलोड वाहन के जिला में प्रवेश की सूचना मिलते ही कार्रवाई की गई।

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ग्रामीणों की सूचना पर प्रखंड क्षेत्र के देवी चौक सोनापुर पथ पर बालू लदे पांच ओवरलोड गाड़ी को जब्त किया गया। ग्रामीण ने सूचना सीधे डीएम किशनगंज को दी, जिसके बाद खनन विभाग से लेकर पोठिया पुलिस प्रशासन अन्य अधिकारी तक तुरंत हरकत में आया और स्थल बरघरिया पहुंचकर वाहनों की जब्त किया। जब्त ओवरलोड वाहनों को पोठिया थाना में रखा गया है। इस रूट में मुख्य रूप से बालू के ओवरलोड का खेल चलता है। इस कार्रवाई के बाद बीती रात से इस पथ पर सन्नाटा पसरा हुआ है। देवी चौक सोनापुर पथ जो रात के समय बालू से भरे वाहनों की आवाजाही के लिए सबसे मुफीद रास्ता है। लगभग 12 किलोमीटर का यह सड़क पथ चिचुआबाड़ी ओपी या यू कहें तो पोठिया थाना क्षेत्र का हिस्सा है।

इसके बाद बालू वाहन अधिकतर ठाकुरगंज होकर आगे बहादुरगंज की ओर जाती है अथवा कभी-कभी छत्तरगाछ रूट होकर गुजरती है। ग्रामीणों की मानें तो औसतन सौ गाडिय़ां शाम ढलने के बाद से सुबह होने के पूर्व तक चलती है। एक समय में पांच से सात गाडिय़ां गुजरती है और कुछ अंतराल पर रात भर में इस रूट से ओवरलोड वाहनों का परिचालन होते रहता है। इस बीच में पुलिस का चेकपोस्ट बैरियर भी लगा रहता है। बावजूद ओवरलोड का खेल धड़ल्ले से जारी रहता है।

इंट्री गिरोह चमरानी घाट के पास ट्रक रोककर करती है वसूली

देवी चौक सोनापुर पथ पर चमरानी घाट के पास इंट्री माफिया अपने आधा दर्जन दबंगों के साथ इन वाहनों से एक तय रकम जो 700 से 1000 रुपये प्रति ट्रक के बीच बताई जाती है वह वसूलती है। सरकारी राजस्व को चूना लगाकर प्रतिदिन शाम से सुबह तक बालू के इस खेल में हजारों-लाखों का न्यारा-व्यारा होता है। इंट्री गिरोह के माध्यम से वसूली गई यह राशि कहां तक पहुंचती है यह जांच का विषय है। जानकारी के अनुसार चमरानी घाट के पास सरकारी जमीन पर सड़क किनारे अस्थाई रूप से एक टीना का घर भी बनाया गया है जो इंट्री गिरोह का रात के लिए शरणस्थली होता है। मामले को लेकर जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि इमरान ने बताया कि ओवरलोडेड वाहनों के कारण इस पथ की स्थिति खराब होने में समय नहीं लगता है। इंट्री गिरोह धड़ल्ले से वाहनों को इस पथ से रात भर गुजरता है। जिससे सड़क किनारे बसे गांव के लोगों को काफी परेशानी भी होती है।

ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन को लेकर बुधवार रात्रि ग्रामीणों की सूचना तथा जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में पांच वाहनों की जब्त की गई है। जब्त वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है। लोगों को ओवरलोड संबंधित कोई भी जानकारी मिले तो इसकी जानकारी उपलब्ध कराया जाए ताकि कार्रवाई की जा सके। -उमा ङ्क्षसह, जिला खनन पदाधिकारी


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