बिहार: मुर्दों के नाम पर आए रुपयों के लिए रिश्वत खाती है महिला पदाधिकारी, जमुई में किए 50-50, विधवा महिला बोली-बस अब और नहीं
बिहार में एक महिला पदाधिकारी मुर्दों के नाम पर रिश्वत खाती है। जी हां बिल्कुल ठीक सुना आपने । जमुई जिले में एक लेडी आफिसर ने विधवा महिला से उसके पति की मौत के बाद आए रुपयों का 50-50 कर दिया। इधर पीड़ित महिला ने मैडम की काल रिकार्डिंग कर...
संवाद सूत्र, जमुई : 'जीते जी तो नहीं, मौत पर तो रहम कीजिए। मेरे कफन को बेच, मेरे बच्चों का पेट भरिए।' ये बात शायद आज उस रूह से जरूर निकल रही होगी, जो जिस्म से अलग हो गई। लेकिन उसकी मौत पर आए पैसों पर भी भ्रष्टाचार ने डाका डालना शुरू कर दिया। बिहार में मुर्दे के लिए आए पैसों पर उसके स्वजनों से 1 लाख रुपयों की डिमांड की जाने लगी, जिसमें 50 हजार रुपये महिला अधिकारी को दे भी दिए गए। विधवा महिला ने पति की मौत के बाद आई राशि पर हुई बातचीत की एक आडियो क्लिप (फोन रिकार्डिंग) साझा करते हुए महिला पदाधिकारी की शिकायत डीएम से कर दी।
विधवा महिला का आरोप है कि इसके बाद फिर जिला प्रशासन के नाम पर महिला अधिकारी ने रिश्वत मांगनी शुरू कर दी। मुर्दे के नाम पर आए अनुदान में एक महिला पदाधिकारी ने 50 हजार की रिश्वत लेना, साथ ही जिला प्रशासन के नाम पर 50 हजार की और डिमांड किए जाने का ये मामला अब तूल पकड़ने लगा है। मामले में पदाधिकारी की इस डिमांड के लिए हुई बातचीत की फोन रिकार्डिंग मृतक की पत्नी ने मोबाइल में कैद कर ली।
जमुई डीएम तक पहुंचा मामला, तब हुआ खुलासा
मामला जिलाधिकारी के समक्ष पहुंचा, तो जिलाधिकारी ने महिला पदाधिकारी के विरुद्ध मामला दर्ज करने का आदेश दिया। पीड़ित महिला के शिकायत दर्ज कराने पर महिला पदाधिकारी ने अपने चहेते लोगों द्वारा पीड़ित महिला को परेशान और धमकाया गया। मामला जिला के झाझा प्रखंड के श्रम परिवर्तन पदाधिकारी कुमारी शैलजा से जुड़ा है, जो इन दिनों प्रखंड में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। जिन्होंने एक श्रमिक की मौत पर मिलने वाले अनुदान की राशि मे एक लाख रुपया की रिश्वत मांगी है, ऐसा संगीन आरोप लगाया गया है। जिसमें 50 हजार रुपए मैडम ने हजम भी कर लिए हैं।
पूरा मामला...
बताया जाता है कि विगत महीनों बाराजोर गांव के श्रमिक दिनेश पंडित की मौत हो गई थी। दिनेश ने श्रम संसाधन विभाग के बीओसीडब्लू में निबंधन करा रखा था। दिनेश की मृत्यु के उपरांत श्रम विभाग द्वारा संचालित योजना बीओसीडब्ल्यू के अंतर्गत मृत्यु लाभ के रूप में दो लाख का अनुदान मिलना था। मृतक दिनेश की पत्नी बंदना देवी ने अनुदान हेतु श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमारी शैलजा को आवेदन दिया। जिस पर श्रम प्रवर्तन प्राधिकारी ने अनुदान की राशि मिलने पर एक लाख रुपये की रिश्वत मांग ली।
किश्तों में रिश्वत
कुमारी शैलजा से इस बारे में मृतक की पत्नी ने बात की तो उन्होंने कहा कि अभी तो और भी पैसा देना होता है। कुमारी शैलजा ने अग्रिम राशि के के रूप में पहले 50 हजार लेने की बात कही। तथा अनुदान की राशि खाता पर आने पर बाकी 50 हजार रुपया देने की बात कही। पीड़ित महिला बंदना देवी ने किसी तरह पैसा का जुगाड़ कर कुमारी शैलजा को 40 हजार दिया। बाकी का राशि खाता में पैसा आने पर देने की बात कही। 14 जुलाई को बंदना देवी के खाता पर अनुदान की राशि आ गई।
पैसे आते ही भेजे अपने दूत
विधवा के खाते में जैसे ही पैसे आ गए और इसकी सूचना कुमारी शैलजा को मिली, उसने अपने चहेते लोगों को बतौर दूत बनाकर पीड़ित के घर भेज खबर भिजवाई कि मैडम बुला रही हैं। पीड़ित महिला का खाता बंद था। खाता चालू होने पर अनुदान की राशि खाते पर आ गई। पीड़ित महिला ने कुमारी शैलजा के बचे 10 हजार रुपये श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को पहुंचा दिए। इस दौरान पीड़ित महिला ने बातचीत का पूरा ऑडियो रिकॉर्डिंग कर लिया। जिसमें शैलजा के द्वारा मृतक की पत्नी पर दबाव बनाया जा रहा है कि बाकी का 50 हजार जल्द से जल्द पहुंचा दें।
पीड़ित महिला के काफी मिन्नत करने पर शैलजा ने अपने हिस्से का 10 हजार रुपया कम करने की बात कही। पीड़ित महिला ने इस मामले में वरीय अधिकारी से पैसे की जानकारी लिया तो पता चला कि कहीं पैसा नहीं लगता है। जिस पर पीड़ित महिला ने कुमारी शैलजा से पैसे की मांग की गई। जिस पर श्रम प्रवर्तन प्राधिकारी ने पैसा नहीं रहने की बात कही। साथ ही वेतन मिलने पर पैसा देने को कहा। पीड़ित महिला द्वारा बार-बार मांगने पर भी पैसा नहीं मिलने पर पीड़ित बंदना देवी ने जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से शिकायत की। साथ ही श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी एवं महिला के बीच हुए बातचीत का ऑडियो उपलब्ध कराया।
दर्ज की जाए एफआईआर-डीएम
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रम अधीक्षक को जल्द से जल्द प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया। इस मामले में पीड़ित महिला बंदना देवी ने झाझा थाना में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के विरुद्ध एक मामला दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी से शिकायत करने के बाद श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा कई लोगों के माध्यम से मुझे परेशान एवं धमकी दिलाया जा रहा है। जिससे मेरा पूरा परिवार भय में जी रहा हैं। इस मामले में थानाध्यक्ष राजेश शरण ने मामला दर्ज करने की बात कही। उक्त घटना की चर्चा जिला में जोरों पर है कि एक महिला पदाधिकारी होकर भी मुर्दे के नाम पर आए राशि में रिश्वत ली। मजदूर संघ के नेता परमेश्वर यादव ने उक्त घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहां की श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमारी शैलजा ने श्रमिक के नाम पर आए राशि एवं अनुदान में रिश्वत की मांग करते हैं। साथ ही श्रमिक एवं उनके परिजन का शोषण करते हैं, जो निंदनीय है।