मातृ-पितृ पूजन दिवस : उत्सवी आयोजन के लिए युवाओं ने कसी कमर... भारत माता की होगी पूजा... साक्षी होंगे शहीद रतन के परिजन Bhagalpur News
भागलपुर में युवाओं ने टीम मातृ-पितृ पूजन दिवस की तैयारियों में जुट गई है। 14 फरवरी को यहां इस दिन विशेष आयोजन किया जाएगा। भारत माता के अलावा खुद के माता-पिता की पूजा की जाएगी।
भागलपुर, जेएनएन। 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस है। भागलपुर में इस दिन को खास बनाने के लिए युवाओं की टोली जुट गई है। भारतीय संस्कृति पर आधारित इस कार्यक्रम का संचालन जागृत युवा समिति करेगी। जागृत युवा समिति के कार्यकर्ताओं ने इसकी तैयारी के लिए बैठक की।
याद किए जाएंगे शहीद रतन ठाकुर
इस बार की खासियत है कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आतंकी हमले शहीद हुए रतन ठाकुर को विशेष रूप से याद किया जाएगा। उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। उनके परिजनों को इस दिन कार्यक्रम स्थल पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा।
भारत माता की होगी पूजा
कार्यक्रम में भारत माता की भी पूजा होगी। साथ ही साथ अपने-अपने माता-पिता को कार्यक्रम में बुलाकर सामूहिक रूप से वैदिक पद्धति से पूजन किया जाएगा। संतान अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेंगे।
विभिन्न प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
जागृत युवा समिति के संयोजक प्यारे हिंद ने बताया कि इस उत्सवी महौल को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए यहां के सभी शिक्षण संस्थानों से संपर्क किया जा रहा है। कार्यक्रम में दिव्य वेशभूषा प्रतियोगिता, चित्र प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित करने की योजना है। प्रतियोगिता में शामिल सभी बच्चों को समिति के द्वारा उस दिन एक थाली सजाकर दी जाएगी, जिसमें पुष्प की माला, चंदन, दीपक सहित अन्य पूजन-सामग्री होंगे, जिससे वे भारत माता और अपने माता-पिता का पूजन करेंगे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। माता-पिता पर समर्पित गीत, देव-देवताओं को समर्पित भजन, देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति होगी। कार्यक्रम में शामिल होने आए बच्चे इसमें भाग लेंगे। इसे बेहतर बनाने के लिए कलाकारों को भी बुलाया जाएगा। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के वक्ता आएंगे।
जागृत युवा समिति के कार्यकर्ता दिन-रात कर रहे मेहनत
इस आयोजन में सरोज वर्मा, अवनीकांत शर्मा, शशि साह, अमित सिंह, राजीव यादव, विक्की सिन्हा, नीतीश यादव, राजेश, रविन्द्र दास, रविन्द्र साह, गिरीश चन्द्र झा, ध्यानचंद, नीतीश कुमार आदि को जिम्मेदारी दी गई है। बैठक में मनीष राय, धीरज, सुनील सिंह, विनोद मंडल, महेश साह, प्रवीण, मनोहर, समीर गुप्ता, रोशन, मंगल, अमित आदि भी उपस्थित थे। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए घर-घर जाकर संपर्क किया जाएगा। अन्य समितियों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों से भी संपर्क कर उन्हें इस कार्यक्रम की जानकारी उन्हें दी जाएगी।
बाल्यावस्था से ही दें संस्कार
जागृत युवा समिति के संयोजक प्यारे हिंद ने कहा कि बच्चे कच्चे घड़े के समान होते हैं, बाल्यावस्था से ही संयम और उच्च संस्कार दिया जाना चाहिए, जिससे वह भौतिक उन्नति के साथ-साथ आध्यात्मिक उन्नति भी प्राप्त कर लेगा। बच्चे अगर अपना विद्यार्थी जीवन संभाल लिए तो उसका भावी जीवन भी संभल जाएगा। बाल्यकाल में मिले और अर्जित किए संस्कार उसके जीवन की आधारशिला है।
पुरातन संस्कृति को पुनर्जीवित करना है उद्देश्य
सरोज वर्मा ने बताया कि मातृ-पितृ पूजन का उद्देश्य बच्चों के बीच अपनी पुरातन संस्कृति को पुनर्जीवित करना है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव और पार्वती की उपासना करने वाले गणपति सहित राम, श्रवण कुमार आदि मातृ-पितृ भक्त हमारे आदर्श हैं। प्राचीन युग में माता पिता अपने बच्चों को वेद, उपनिषद और गीता के श्लोक सीखा कर उन्हें सुसंस्कृत बनाते थे। यही कारण था कि प्राचीन युग में श्रवण कुमार जैसे मातृ-पितृ भक्त पैदा हुए जो अंत समय तक माता-पिता की सेवा की और अपना जीवन धन्य किया।
देशभक्ति का भाव जागृत करना है
अवनिकांत शर्मा ने जागृति युवा समिति के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि मातृ-पितृ पूजन सह भारत माता पूजन का उद्देश्य बच्चों में हंसते खेलते सुसंस्कार सिंचन करना है। बच्चों के विवेक को जागृत करना है। सुंदर भविष्य का निर्माण करना है। देशभक्ति का भाव जागृत करना है।