किसानों के लिए लाभदायक होगा सब्जी कोठी, जानिए इसकी विशेषताएं
टीएनबी कॉलेज के बायोटेक्नालॉजी के पार्ट टू की छात्रा रश्मि झा ने सब्जी कोठी तैयार की है। इसमें तीन सौ किलो सब्जी या फल का भंडारण किया जा सकता है। इसकी लागत लगभग सात हजार रुपये है।
भागलपुर [जेएनएन]। सब्जी कोठी छोटे और मंझोले किसानों के लिए बड़ी मददगार होगी। इसका पेटेंट किया जाए, कॉलेज और विवि मदद करेगी। यह बात तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. लीला चंद साहा ने टीएनबी कॉलेज के रसायन विभाग में सब्जी कोठी के मॉडल के अवलोकन के दौरान कही।
टीएनबी कॉलेज के बायोटेक्नालॉजी के पार्ट टू की छात्रा रश्मि झा ने यह सब्जी कोठी तैयार की है। इसमें दो सौ से तीन सौ किलो सब्जी या फल का भंडारण किया जा सकता है। इसकी लागत लगभग सात हजार रुपये है, जो छोटे तथा मंझोले किसानों के लिए आसान है और वे इसका उपयोग 12 वर्षों तक कर सकते हैं। सब्जी तथा फलों को इसमें कम से कम 10 तथा अधिकतम 40 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
इन गुणों को देखते हुए कुलपति ने कहा कि यह मॉडल कारगर हुआ तो वैसे किसानों को ज्यादा फायदा होगा जो भंडारण की सुविधा के अभाव में फल-सब्जी औने पौने दाम पर बेच देते हैं। अगर उनके पास सब्जी कोठी जैसी भंडारण सुविधा रहेगी तो वे उत्पादों का भंडारण कर बाहर भी भेज सकेंगे। प्रो. साहा ने कॉलेज के अन्य छात्रों को इच्छाशक्ति जगाने को प्रेरित किया और कहा कि मोबाइल के अति उपयोग से बचें।
उन्होंने प्राचार्य से रश्मि का नाम राजभवन की ओर से बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड के लिए मांगे गए नामों की सूची में भेजने को कहा। इस मौके पर पीजी बॉटनी के हेड प्रो. सुनील कुमार चौधरी, टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी आदि मौजूद थे।