गंगा के जलस्तर में वृद्धि, सता रहा कटाव का खतरा
कहलगांव (भागलपुर)। गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही कटाव प्रभावित रहे तोफिल अन
कहलगांव (भागलपुर)। गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही कटाव प्रभावित रहे तोफिल, अनठावन, टपुआ गांव के ग्रामीणों में फिर से कटाव का भय सताने लगा है। इन गांवों में हर साल घर गंगा में कट कटकर समाते जा रहा है। तोफिल में करीब 100 एवं टपुआ में करीब 400 घर अभी तक कट चुका है। तोफिल एवं टपुआ गांव में दो साल पहले जियो बैग में बालू भरकर तटबंध बनाया गया था। तोफिल में बना तटबंध धंस गया, उसमें दरार आई गई और क्षतिग्रस्त हो गया है। उसकी अब तक मरम्मत नहीं की गई है, जहां तटबंध बना था उसके बगल में एवं अनठावन तक कटाव हो रहा है। यहां का स्कूल भी कटाव के मुहाने पर आ चुकी है। तोफिल गांव के संजय मंडल एवं पंचायत के मुखिया ललिता देवी ने कहा कि तोफिल से अनठावन तक तटबंध निर्माण की मांग करते करते थक चुके हैं।
संजय मंडल ने बताया कि करीब दो हजार जियो बैग लाकर यहां सिर्फ रख दिया गया है। कटाव होने पर ही इसका उपयोग किया जाएगा। इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है। यह लूट योजना बनकर रह जायेगा। ग्रामीणों ने स्थाई तटबंध अभी ही बनाने की मांग की है, ताकि कटाव से रक्षा हो सके। टपुआ गांव के सुनील सौरभ ने बताया कि तटबंध निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया है सिर्फ जियो बेग में बालू भर भरकर रखा जा रहा है। स्कूल के तरफ कटाव का ज्यादा खतरा है। दो स्कूल कटाव के मुहाने पर है। सुनील के साथ साथ सुबोध यादव एवं अन्य ग्रामीणों ने तटबंध निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है। गंगा में ज्यादा पानी होने पर तटबंध सही नहीं बन पाएगा और स्कूल कटकर गंगा में समा जाएगा।
पीरपैंती विधायक ई. ललन कुमार ने खवासपुर से तोफिल तक हो रहे गंगा के भीषण कटाव का मामला विधानसभा में शून्यकाल के दौरान उठाते हुए सरकार से अविलम्ब कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की मांग की है। कटाव निरोधी कार्य शुरू नहीं होने पर रानीदियारा के तरह ही अन्य गांवों का नामोनिशान भौगोलिक रूप से समाप्त हो जाएगा।