Bihar News: बिहार में चर्चा का केंद्र बनी सुपौल की यह शादी, कुछ इस तरह हुआ बरातियों का स्वागत
बारातियों का स्वागत तो वधु पक्ष के लोग तरह-तरह अंदाज में करते हैं। लेकिन सुपौल में एक ऐसी अनुठी शादी हुई जहां बारात में शामिल सभी लोगों को हेलमेट दिया गया।
सुपौल [शंकर कुमार]। आपने बरातियों का स्वागत हार-अंगूठी, कपड़ा-साफा, 'पान-सुपाड़ी' आदि से किए जाने की बात सुनी होगी। अब बरातियों का स्वागत हेलमेट पहनाकर किए जाने का अभिनव प्रयोग सामने आया है।यह प्रयोग सोमवार रात सुपौल के वीरपुर अनुमंडल के प्रतापगंज प्रखंड के दुअनियां गांव में गिरींद्र दास की पुत्री सोनी की शादी में किया गया।
अररिया जिले के भरगामा थानाक्षेत्र के जयनगर से केवलचंद्र दास अपने बेटे कल्याण कुमार दास की बरात लेकर आए थे। पुराने जमाने में अभिनेता शम्मी कपूर एक उत्पाद का प्रचार करते हुए टीवी स्क्रीन पर बरातियों में दिखते थे। यहां बरात के स्वागत के लिए वीरपुर के अनुमंडलाधिकारी सुभाष कुमार खुद खड़े थे। खास यह कि गिरींद्र दास कोई प्रशासनिक व्यक्ति नहीं हैं, पर हर दिन औसतन एक सड़क दुर्घटना गवाह बन रहे सुपौल में लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने उनकी इस कवायद में पूरा प्रशासनिक अमला लगा रहा।
एसडीओ के साथ प्रखंड प्रमुख भूप नारायण यादव, प्रभारी बीडीओ राजाराम पासवान, अंचलाधिकारी अबू नसर, थानाध्यक्ष रजनीश कुमार केशरी, सरपंच मजीद साफी, राम कुमार दास, संजीव बिराजी सहित सरातियों ने 151 हेलमेट पहनाकर शादी में आए लोगों का स्वागत किया। पहले तो बरातियों को स्वागत का यह तरीका समझ नहीं आया, पर जब इसके पीछे के उद्देश्य को जाना तो सभी ने इसका स्वागत किया।
लोगों का खुद की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना उद्देश्य
गिङ्क्षरद्र दास बताते हैं कि उनका घर नेशनल हाइवे 57 के किनारे है। वे अक्सर दुर्घटनाओं देखते हैं। इसमें कइयों की मौत की खबर अखबार में पढऩे को मिलती है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत 'दैनिक जागरणÓ के अभियान और स्थानीय प्रशासन की कोशिशों को देखकर उनके मन में ख्याल आता था कि वे भी कुछ करें। कोई मौका नहीं मिल रहा था। बिटिया की शादी पर यह अवसर बनता दिखा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से बात की। सभी ने सरहाना की और इस यज्ञ में शामिल हुए।
हर रोज सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग जान गंवा देते हैं। ऐसे में बरातियों को सुरक्षित यात्रा और उन्हें ट्रैफिक नियमों के प्रति सजग रहने के मकसद से हेलमेट दिया गया है। इससे स्थानीय स्तर पर भी जागरूकता आएगी और यह संदेश जहां से बरात आई है वहां तक जाएगा। - भूप नारायण यादव, प्रखंड प्रमुख