सड़क-नाली बनाने में मधेपुरा और बांका ने मारी बाजी
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन को राज्य सरकार ने अपनी प्राथमिकता में सबसे उपर रखा है।
मुंगेर (प्रशांत)। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन को राज्य सरकार ने अपनी प्राथमिकता में सबसे उपर रखा है। हालांकि, कई जिलों में सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन की रफ्तार काफी सुस्त है। सरकार ने हाल ही में अप्रैल माह की रैं¨कग सूची जारी की है। जिसके अनुसार सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन में नालंदा जहां टाप पर है। वहीं, कटिहार सबसे अंतिम पायदान 38 वें नंबर पर है। मुंगेर ने चौथे स्थान पर कब्जा जमाया है। लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई हर घर नल का जल योजना के ग्रामीण क्षेत्र में क्रियान्वयन में नालंदा सबसे टाप पर है। नालंदा ने 1047 वार्ड में हर घर नल का जल योजना का कार्य पूरा कर लिया। इस योजना के तहत 2 लाख 52 हजार 756 घरों को नल का जल उपलब्ध करा दिया गया है। इस सूची में मुंगेर 16 वें नंबर पर काबिज है। वहीं, शहरी क्षेत्र में हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन में जहानाबाद ने पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया। इस सूची में नालंदा दूसरे और मुंगेर 34 वें स्थान पर है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में हर घर तक पक्की गली नाली योजना के क्रियान्वयन में मधेपुरा ने पहला स्थाना प्राप्त किया, तो शहरी क्षेत्र में हर घर तक पक्की गली नाली योजना के क्रियान्वयन में बांका पहले नंबर पर है। शहरी क्षेत्र में हर घर पक्की गली नाली बनाने की सूची में दूसरे स्थान पर लखीसराय ने अपना कब्जा जमाया। जबकि, मुंगेर तीसरे स्थान पर है।