हड़ताल : बैंक, डाकघर, एलआइसी में लटके रहे ताले, 500 करोड़ का लेनदेन प्रभावित
असंगठित क्षेत्र के विभिन्न ट्रेडों से जुड़े मजदूर, रसोइया, आशा, सेविका-सहायिका स्कीम वर्कर्स मजदूर हड़ताल में शामिल हुए। इस हड़ताल में SBI के कर्मी व अधिकारी का समर्थन नहीं था।
भागलपुर [जेएनएन]। केंद्र सरकार की गलत मजदूरी नीति, बैंकों का विलय और अन्य मांगों के विरोध में ट्रेड यूनियनों का राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पहला दिन पूरी तरह सफल रहा। मंगलवार को स्टेट बैंक को छोड़कर करीब 175 बैंकों में ताले लटके रहे। डाकघर, एलआइसी, बीएसएनएल कार्यालय भी बंद रहा। ऐसे में शहरवासियों को परेशानियां हुई। आयकर विभाग के बाहर कर्मियों ने प्रदर्शन किया। पहले दिन 500 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ। बैंक कर्मियों ने शहर के विभिन्न शाखाओं में प्रदर्शन कर केंद्र की नीति का पुरजोर विरोध किया। सुबह साढ़े नौ बजे से ही हड़ताल पर रहने वाले बैंक कर्मी सरकारी और निजी बैंक के बाहर धरने पर बैठ गए। बैंक ऑफ इंडिया, निजी बैंक, एसबीआइ, इलाहाबाद, यूको बैंक सहित अन्य बैंकों को बंद कराया।
एआइबीइए के एनके सिंह, एपी सिंह व गोपेश कुमार, बीइएफआइ के जिला सचिव जेपी झा के नेतृत्व में बैंक कर्मचारियों ने पटल बाबू रोड स्थित आइसीआइसीआइ बैंक, राधा रानी सिन्हा रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया जोनल ऑफिस और आदमपुर स्थित यूको बैंक के जोनल ऑफिस के सामने धरना-प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू)के भागलपुर जिला संयोजक और एआइबीइए के सचिव अरविंद कुमार रामा ने बताया कि प्राइवेट बैंक और इसके कुछ एटीएम बंद रहे। बीपीबीए के चेयरमैन एनके सिन्हा ने कहा कि हड़ताल पूरी तरह सफल रहेगा। इस हड़ताल में देना बैंक के अलका कुमारी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूजा कुमार सहित बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों ने भी भाग लिए। बीमा कर्मचारी संघ के महामंत्री राजेश प्रसाद के नेतृत्व में कार्यालय के बाहर धरना दिया गया। बिहार-झारखंड सेल्स रिप्रेंजेंटिव यूनियन ने भी हड़ताल में भाग लिया।
डेढ़ घंटे बाद खुली स्टेट बैंक की शाखा
इस हड़ताल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मी और अधिकारी का समर्थन नहीं था। इसके बावजूद सुबह दस बजे हड़ताल पर रहे कर्मियों ने मुख्य शाखा के बाहर प्रदर्शन किया और बैंक का दरवाजा नहीं खुलने दिया। करीब डेढ़ घंटे बाद बैंक के दरवाजे खुले। पूरे दिन काम हुआ। लेनदेन कम हुआ। हालांकि हड़ताल की सूचना पर ग्राहक कम आए।
ऐक्टू और मजदूर संगठनों ने किया जाम, निकाला जुलूस
असंगठित क्षेत्र के विभिन्न ट्रेडों से जुड़े मजदूर, रसोइया, आशा, सेविका-सहायिका स्कीम वर्कर्स हजारों मजदूर हड़ताल में शामिल हुए। झंडा बैनर के साथ स्टेशन चौक पर पहुंचे और चौक को जाम कर दिया। इसके बाद जुलूस निकाला। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नीतियों का विरोध किया। जुलूस आरपी द्विवेदी रोड, भगतसिंह चौक, महात्मा गांधी रोड, उल्टा पुल होकर स्टेशन पहुंचा। दूसरा जुलूस वेरायटी चौक, खलीफाबाग, घंटाघर, प्रधान डाकघर, कचहरी चौक समाहरणालय पहुंचा। हड़ताल-समर्थकों और जुलूस-प्रदर्शन का नेतृत्व ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसके शर्मा, राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त, एटक के जिला महासचिव सुधीर शर्मा, जिला उपाध्यक्ष गणेश प्रसाद सिंह, सीटू के जिला संयोजक दशरथ प्रसाद, राज्य कार्यकारिणी सदस्य मनोहर मंडल, एआइयूटीयूसी के जिला प्रभारी दीपक कुमार मंडल, नगर प्रभारी निर्मल कुमार, सेवा के जिला अध्यक्ष श्वेता चौबे व मुन्नी कुमारी ने संयुक्त रूप से किया ।
10 को खुलेंगे बैंक, चेक क्लियरेंस फंसा
एसबीआइ को छोड़कर जिले के बैंक अब गुरुवार खुलेंगे। इस दिन बैंक में काफी भीड़ रहेगी। वहीं, हड़ताल के चलते करोड़ों रुपये की क्लियरिंग प्रभावित हुई। जिससे व्यापारियों के काम अटके रहे। दूसरे दिन के हड़ताल से भी करोड़ों रुपये के क्लियरिंग प्रभावित होने की उम्मीद है। रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनइएफटी) और नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) जैसे गेटवे पर ज्यादा नहीं असर पड़ा।
खुली रही दुकानें, बाहर से खरीदारी को नहीं पहुंचे व्यापारी
बैंकों में हड़ताल और एटीएम बंद होने का सीधा असर बाजारों पर पड़ा है। आमजनों के साथ ही व्यवसायी वर्ग को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। दुकानें तो खुली। पर, बाहर से थोक मंडी में आने वाले ग्राहक नहीं दिखे। सर्राफा, कपड़े, गले से लेकर अन्य बाजार पूरी तरह से लड़खड़ाया रहा। स्थिति यह है कि 80 फीसद तक व्यापार प्रभावित हुआ है। मर्चेंट होजियरी संघ के अध्यक्ष रामगोपाल पोद्दार ने बताया कि हड़ताल की वजह से 25 से 30 करोड़ के आसपास कारोबार प्रभावित हुआ।
खुली रही एटीएम, परेशानी हुई कम
हड़ताल का असर एटीएम पर नहीं दिखा। कुछ निजी और सरकारी को छोड़कर शहर के सभी इलाकों में एसबीआइ की एटीएम खुली रही। निकासी के लिए भीड़ रही। कचहरी चौक, स्टेशन, वेरायटी चौक, ततातरपुर, मायागंज, तिलमांझी-जीरो माइल, सहित कुछ इलाके की एटीएम खुली रही। मुख्य ब्रांच में पैसे की निकासी के लिए लंबी लाइन लाइन लगी रही।
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पहले दिन के हड़ताल से 500 करोड़ के पास लेनदेन प्रभावित हुआ। बुधवार को भी इसी के आसपास आंकड़ा होगा। हालांकि एसबीआइ की शाखा खुली थी। लेनदेन कम हुआ।
-चंद्रशेखर प्रसाद, एलडीएम, लीड बैंक (यूको)।
मुख्य बातें
-ट्रेड यूनियन के आह्वान पर पहले दिन हड़ताल का दिखा व्यापक असर
-प्रदर्शन कर केंद्र सरकार की नीतियों का किया विरोध, निजी बैंकों को भी कराया बंद
-शहर के ज्यादातर इलाकों में खुली रही एटीएम, आज भी रहेगा बंद का असर
-51 शाखा है यूको बैंक की
-39 शाखा है बिहार ग्रामीण बैंक की
-500 करोड़ के आसपास बैंकों का लेनदेन प्रभावित