हरियाली फैला रही बुजुर्गो की टोली
कई फलदार पेड़ों में फल भी लग चुके हैं।
सुपौल (गौरीश मिश्रा)। कोसी के कछार में बसे बसंतपुर प्रखंड के गांवों में बुजुर्गो की टोली पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रही है। बिना किसी सरकारी संरक्षण के ये बुजुर्ग शिक्षण संस्थाओं की जमीन के अलावा निजी जमीन पर भी पूरी तन्मयता के साथ पौधरोपण कर रहे हैं।
इसी प्रयास का नतीजा है कि कोसी की रेतीली जमीन पर हरियाली नजर आ रही है। बसंतपुर प्रखंड की रतनपुर पंचायत के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक सुरेश चंद्र मिश्र बताते हैं तीन दशक पहले ग्लोबल वार्मिग की बात सुनकर उनके मन में पौधरोपण की बात आई। उसके बाद से उन्होंने कुछ बुजुर्गो के साथ मिलकर पौधरोपण की शुरुआत की। इसी का परिणाम है कि आज इलाके में सैकड़ों फलदार व छायादार पेड़ दिख रहे हैं। इनके द्वारा लगाए गए शीशम, सागवान, सेमल, मोहगिनी, अर्जुन आदि के पेड़ आज विशाल रूप ले चुके हैं। कई फलदार पेड़ों में फल भी लग चुके हैं। सुरेश ने नौकरी के दौरान भी रतनपुर, ढाढा एवं करजाईन मध्य विद्यालय के प्रांगण में पौधरोपण किया। वहां के बच्चों को भी वे पौधरोपण के लिए प्रेरित करते रहे थे। इसी काम में जुटे सातेनपट्टी पंचायत के ढाढा गांव निवासी बुजुर्ग सुरेंद्र प्रसाद ¨सह ने बताया कि निर्मली अनुमंडल स्थित अपने गांव में वे युवावस्था से ही पौधरोपण करते थे। कोसी के कारण वे वहां से विस्थापित होकर बसंतपुर प्रखंड के ढाढा गांव में आकर बस गए। यहां भी वे पौधरोपण का कार्य कर रहे हैं। ये स्कूलों को हरा-भरा बनाने के लिए बच्चों को प्रेरित करते हैं। इनके अलावा परमानंदपुर पंचायत के ठक्कन बरही, बच्चेलाल मंडल, निर्मली की हेमलता देवी व सत्यनारायण ¨सह भी इसी टोली के साथ पौधरोपण के काम में जुटे हुए हैं। इनका मानना है कि ये आनेवाली पीढ़ी की भलाई के लिए पौधरोपण कर रहे हैं।