बाइक चोरी नहीं रुकी तो अब डबल लॉक के लिए कहेगी पुलिस
प्रतिमाह 40 से 45 बाइक चोरी हो रही है लेकिन बरामदगी शून्य है। पुलिस इस पर लगाम लगाने में फिसड्डी साबित हो रही है।
भागलपुर। जिले में बाइक चोरी की घटनाएं नहीं थम रही हैं। आलम यह है कि प्रतिमाह 40 से 45 बाइक चोरी हो रही है लेकिन बरामदगी शून्य है। पुलिस इस पर लगाम लगाने में फिसड्डी साबित हो रही है। बाइक चोरी के बढ़ते ग्राफ ने पुलिस के आलाधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में अब पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए डबल लॉक का सहारा लेने जा रही है। वह मुख्यालय को पत्र लिखकर बाइक में डबल लॉक अनिवार्य करने का अनुरोध करेगी।
दरअसल, जिले में आधा दर्जन से अधिक गिरोह सक्रिय है जो बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। गिरोह के सदस्य शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र, पलक झपकते ही बाइक लेकर रफू-चक्कर हो जाते हैं। इसके बाद पुलिस रिपोर्ट तो दर्ज कर लेती है लेकिन बाइक बरामद नहीं कर पाती है। यही वजह है कि जिले में बाइक चोरी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
पुलिस के ही आंकड़े बताते हैं प्रतिमाह जिले में 40 से 45 बाइक चोरी हो रही है जबकि कई मामलों में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं होती। इतना ही नहीं पुलिस भी आंकड़ों की बाजीगरी करने में कम माहिर नहीं है। वह अपने आंकड़े में अपराध का ग्राफ कम करके ही दिखाती है। बहरहाल, जिले में बाइक चोरी की घटनाएं बेशक बढ़ती जा रही हैं लेकिन बरामदगी एक प्रतिशत भी नहीं हो पा रही है।
वरीय अधिकारी करेंगे मामले की मॉनीट¨रग
अब वरीय अधिकारी बाइक चोरी की घटनाओं की मॉनीट¨रग करेंगे। बुधवार को आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े ने समीक्षा बैठक में पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बाइक चोरी की घटनाओं पर चिंता जताते हुए अधिकारियों को इस पर रोक लगाने का निर्देश दिया।
बाइक चोर गिरोह को चिह्नित करने का निर्देश
आइजी ने बैठक में कहा कि थाना क्षेत्रों में बाइक चोरी की घटनाओं में अब थानेदार और चौकी प्रभारी संयुक्त रूप से जांच करेंगे, ताकि इलाके में बाइक चोरों को चिह्नित किया जा सके। उन्होंने हाल ही में बांका में एक बाइक चोर गिरोह के उद्भेदन का जिक्र करते हुए दावा किया कि उस ग्रुप के पकड़े जाने के बाद बाइक चोरी में कमी आई है।
अपराध में होता है चोरी की बाइक का उपयोग
हाल की आपराधिक घटनाओं में अपराधी चोरी की बाइक का उपयोग कर पुलिस की आंख में धूल झोंकते हैं। आइजी ने इसे पुलिस के लिए चुनौती बताया है। उन्होंने आम लोगों को जागरूक करने की दिशा में पहल करने को कहा।
बैठक में एसएसपी मनोज कुमार, सिटी डीएसपी सहरियार अख्तर, कोतवाली के प्रभारी थानेदार निलेश कुमार, तातारपुर थानेदार अमरनाथ प्रसाद, इशाकचक थानेदार राम एकबाल यादव, तिलकामांझी चौकी प्रभारी संजय सत्यार्थी मौजूद थे।
इस संबंध में आइजी सुशील मानसिंह खोपड़े ने बताया कि बाइक चोरी के मामलों में संबंधित थानेदारों और चौकी प्रभारियों को संयुक्त जांच करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया जाएगा कि बाइक कंपनियों को डबल लॉक लगाकर गाड़ी बेचने का निर्देश दिया जाए।