चिकित्सकीय क्षेत्र की आधुनिक जानकारी से लाभान्वित हुए डॉक्टर और मेडिकल छात्र Bhagalpur news
सेमिनार में सभी ने एक स्वर से कहा कि डॉक्टर मरीजों का दर्द समझे जहां तक संभव हो खर्च कम करवाएं। डॉक्टर केवल रुपये के पीछे नहीं भागे।
भागलपुर [जेएनएन]। एसोसिएशन ऑफ सर्जंस ऑफ इंडिया बिहार शाखा के वार्षिक सम्मेलन का समापन हो गया। पीजी छात्रों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं हुईं। इसमें बाजी मारने वाले छात्रों को मुख्य अतिथि अस्पताल अधीक्षक डॉ. रामचरित्र मंडल ने सर्टिफिकेट और मेमोंटो दिया।
मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में सर्जरी विभाग के पांच पीजी छात्रों ने मूत्राशय और पेशाब की थैली में कैंसर का इलाज, छोटी और बड़ी आंत में रक्त प्रवाह में रुकावट, अपेंडिक्स का पता लगाने के लिए कौन सी जांच, प्लीहा में सिस्ट आदि के इलाज के अलावा अन्य बीमारियों में इलाज के बारे में जानकारी दी। इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार डॉ. कुमारी एकता, दूसरा पुरस्कार डॉ. संतोष कुमार, डॉ. स्गिंधा गर्ग और तीसरा पुरस्कार डॉ. रविरंजन को दिया गया।
पोस्टर प्रतियोगिता में एम्स पटना के डॉ. अभिरंजन को प्रथम, डॉ. मेघना को दूसरा, एनएमसीएच की डॉ. शिखा को तीसरा और जेएलएनएमसीएच के डॉ. विवेक को चौथा पुरस्कार दिया गया। शनिवार और रविवार को वैज्ञानिक सत्र के कन्वेनर डॉ. कुमार रत्नेश थे।
अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि कार्यशाला जब भी होगी मदद की जाएगी। आइजीएमएस के डॉ. मनीष मंडल ने आयोजन को सफल बताया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और छात्रों को आधुनिक इलाज के बारे में जानकारी मिली। सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मृत्युंजय कुमार ने आयोजन में शामिल विभाग के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर डॉ. सीएम उपाध्याय, डॉ. एके राय, डॉ. जेपी सिन्हा, डॉ. बीके जायसवाल, डॉ. पीके बजाज, डॉ. पवन झा, डॉ. सीएम सिन्हा के अलावाडॉ. हिमांशु वर्मा, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. मिथिलेश, डॉ. विशाल, डॉ. नेहा पीजी छात्र उपस्थित थे।