नहीं हुआ खर्च और सरकारी खजाने में वापस हो गई डेढ़ सौ करोड़ की राशि
सबसे अधिक 137 करोड़ की राशि सरकारी खाते में जमा की है। विभाग में यह राशि पर्सनल डिपोजिट खाते में था। मार्च में कुल 8500 विपत्र पारित किए गए।
भागलपुर [जेएनएन]। वित्तीय वर्ष समाप्ति की तिथि तक सरकारी विभागों में जो राशि खर्च नहीं की जा सकी, उन राशियों को सरकारी खजाने में जमाकर सरकार को वापस कर दिया गया। कोषागार में शाम तक राशि को सरकारी खाते में वापस करने का सिलसिला जारी था। करीब डेढ़ सौ करोड़ राशि वापस की गई।
वरीय कोषागार पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि विशेष भू अर्जन विभाग ने सबसे अधिक 137 करोड़ की राशि सरकारी खाते में जमा की है। विभाग में यह राशि पर्सनल डिपोजिट खाते में था। मार्च में कुल 8500 विपत्र पारित किए गए।
कृषि, शिक्षा ने एक-एक करोड़ तथा कल्याण ने दो करोड़ की राशि वापस की। जल संसाधन ने पांच करोड़ राशि जमा किया। पुलिस ने वेतन मद का डेढ़ करोड़ वापस किया। जिला लेखा ने एक करोड़ की राशि को लौटा दिया। क्षेत्र अभियंत्रण विभाग ने 53 लाख, ग्रामीण कार्य ने पांच करोड़ लौटाया।
स्वास्थ्य विभाग की तीन करोड़ राशि हुई वापस
मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिले के स्वास्थ्य केद्रों में तकरीबन तीन करोड़ 25 लाख राशि उपयोग नहीं होने की वजह से वापस कर दी गई। इनमें वेतन, भोजन, यात्र, बिजली बिल सहित कई मदों में राशि शामिल है। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह के मुताबिक तकरीबन एक करोड़ राशि वापस की गई है। बताया गया कि करीब 58 लाख वेतन, दवा में करीब एक लाख 60 हजार और बिजली बिल में करीब 13 लाख सहित अन्य मद में राशि शामिल है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी राम के मुताबिक भोजन मद में 56 लाख सहित अन्य मदों में एक करोड़ राशि वापस की गई है। वहीं मेडिकल कॉलेज में एक करोड़ 29 लाख राशि वापस की गई। वेतन मद में 45 लाख कार्यालय मद में करीब ढ़ाई लाख राशि शामिल है।