...जब फर्जीवाड़े के आरोपित को मिल रहा था वीआइपी ट्रीटमेंट, फिर
प्रभाकर को रजिस्ट्री ऑफिस से जोगसर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह जीसी बनर्जी रोड मुंदीचक का रहने वाला है। फिलहाल उस पर एक दर्जन आपराधिक मामले पुलिस ने ढूंढ निकाले हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। जमीन के नाम पर लोगों से ठगी और फर्जीवाड़े के आरोपित कुमार प्रभाकर को जोगसर पुलिस की निगरानी में न्यायालय परिसर में वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा था। वह पुलिस चौकी से निकलने के बाद न्यायालय में पेशी के लिए जाते समय भी लगातार फोन पर बातें कर रहा था। यह सब जोगसर में तैनात दो जवानों के सामने चल रहा था। मामले की जानकारी होते ही एसएसपी आशीष भारती ने इसे गंभीरता से लिया और दोनों जवानों को हटाने के लिए जिलाधिकारी से अनुशंसा कर दी है।
कई सरकारी जमीन भी कर दी थी रजिस्ट्री
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि कुमार प्रभाकर को काफी दिनों से पुलिस को तलाश थी। उसने कई लोगों को सरकारी जमीन भी रजिस्ट्री कर दी थी। इसके अलावा भी कई जमीन का फर्जी कागजात दिखाकर लोगों का करोड़ो रुपये लेकर भाग गया था। बता दें कि प्रभाकर को रजिस्ट्री ऑफिस से जोगसर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह जीसी बनर्जी रोड, मुंदीचक का रहने वाला है। फिलहाल उस पर एक दर्जन आपराधिक मामले पुलिस ने ढूंढ निकाले हैं। उसका अन्य थानों में भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
एसएसपी ने बताया कि कुमार प्रभाकर की गिरफ्तारी के लिए सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। जिसमें जोगसर प्रभारी विश्वबंधु कुमार समेत अन्य को भी शामिल किया था। एसएसपी ने कहा कि अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही वार्षिक पारितोषिक के लिए भी उनके नामों को पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि संजय पंजीकार हत्याकांड में भी शामिल एसआइटी को पुरस्कृत करने के साथ वार्षिक पारितोषिक के लिए नाम भेजा जाएगा।
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