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बिहार-झारखंड के लड़कों को हैदराबाद जैश से जोड़ रहे आतंकी, चार धार्मिक स्कूलों के संचालक NIA की जांच के जद में

बिहार-झारखंड के लड़कों को आतंकी बनाया जा रहा है। कई धार्मिक स्कूलों के संचालकों की जांच NIA कर रही है। भागलपुर बांका अररिया किशनगंज झारखंड के गोड्डा महगामा से कई लड़कों को धार्मिक प्रचार-प्रसार के नाम पर हैदराबाद बुला पहले कैंप में किया गया मोटिवेट।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 11:44 PM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 11:44 PM (IST)
बिहार-झारखंड के लड़कों को हैदराबाद जैश से जोड़ रहे आतंकी, चार धार्मिक स्कूलों के संचालक NIA की जांच के जद में
आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद में शामिल कराए जाने की बात आई है सामने

कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद भारत में विघटनकारी गतिविधियों में तेजी लाने के लिए बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के चुङ्क्षनदा जगहों से हैदराबाद में धार्मिक तालीम देने के बहाने बुलाकर उन्हें जैश से जोडऩे में लगा है। जैश के आतंकियों की इस काली योजना में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से हैदराबाद में आकर धार्मिक शिक्षण संस्थान संचालित करने वाले कई धार्मिक शिक्षक सहयोग दे रहे हैं। देश विरोधी गतिविधियों में लगे आतंकी संगठनों की गतिविधियों का पता लगाने में जुटी एनआइए को जयपुर में 28 जून 2022 को हुए टेलर मास्टर कन्हैया लाल हत्याकांड की जांच का दायरा बढ़ाया तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई है।

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हैदराबाद में संचालित धार्मिक शिक्षा केंद्र और उनसे जुड़े आनलाइन तालीम देने वाली संस्था दीन-ए-तौहिद और मरहबा समेत चार केंद्रों को जांच के दायरे में रखा है। बताया जा रहा है कि इन संस्थानों के संचालकों के जरिये बिहार के भागलपुर, बांका, अररिया, किशनगंज, झारखंड के गोडडा, महगामा के अलावा उत्तर प्रदेश के फतेहपुर, उन्नाव और आजमगढ़ के लड़कों को जिहादी तालीम देकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जोड़ा गया है। जयपुर में हुए कन्हैया लाल टेलर हत्याकांड के एक संदिग्ध का भागलपुर के लोदीपुर माछीपुर निवासी मुनब्बर हुसैन अशरफी से मोबाइल पर हुई बातचीत की चौंकाने वाली जानकारी आने पर उससे 14 जुलाई 2022 को हैदराबाद में एनआइए ने पूछताछ की थी। उसके पूर्व मुनब्बर हुसैन अशरफी को हैदराबाद के संतोष नगर इलाके की एक होटल से हिरासत में लिया था। अशरफी भागलपुर से हैदरबाद जाकर वहां धार्मिक केंद्र का संचालन करता था।

एनआइए ने पूछताछ बाद जांच का दायरा बढ़ाया तो आनलान धार्मिक शिक्षा दे बिहार, झारखंड, यूपी और एमपी के लड़कों को हैदराबाद से वाया जैश में शामिल कराए जाने संबंधी जानकारी भी हाथ लगी। तकनीकी जांच में एनआइए को आतंकी संगठन जैश-ए-मुहब्बद की काली योजना की जानकारी हाथ लगी है। यूपी के फतेहपुर में यूपी एटीएस के हाथों हाल में गिरफ्तार जैश से जुड़े आतंकी हबीबुल इस्लाम से पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां भी मिली है।

हबीबुल इस्लाम का नाता भी हैदराबाद से जुड़े एक धार्मिक शिक्षा देने वाली संस्था से सामने आया है। जांच के क्रम जैश के आतंकियों के निशाने पर देश के कई राजनीतिक, धार्मिक और देश के बड़े संगठनों से जुड़े प्रमुखों के होने की बात सामने आई है। एनआइए की टीम जैश से जुडऩे वाले लड़कों का पता लगा रही है। बिहार-झारखंड समेत अन्य राज्यों के चुनिंदा जगहों के लड़कों को वाया हैदराबाद जैश से जोड़े जाने की बात सामने आने पर तकनीकी निगरानी के जरिए एनआइए की टीम उन तक पहुंचने की कोशिश में है। राजनीतिक दलों, धार्मिक और बड़े संगठनों से जुड़े प्रमुख लोगों को निशाना बनाने की काली योजना पर काम कर रहे जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों का पता लगाने में अन्य सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस मुख्यालय भी सतर्क हो गई है।


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