भीषण गर्मी ने बढ़ाई लोगों की बैचेनी, पारा 41 पार... आगे कैसा रहेगा मौसम, जानिए
इस भीषण गर्मी से अब पशु-पक्षी भी बेहाल हो रहे हैं। दोपहर होने के पहले ही भीषण गर्मी के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। दोपहर होने के पहले ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है।
भागलपुर [जेएनएन]। उफ! ये गर्मी। सुबह 10 बजते-बजते दहक उठती है धरती और आसमान से आग बरसाने लगता है। मंगलवार को भी 41.5 डिग्री सेल्सियस तापमान था। रविवार की अपेक्षा अधिकतम तापमान एक डिग्री बढ़ कर सोमवार को 41 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। रात का तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने से लोगों को रात-दिन किसी भी समय गर्मी से चैन नहीं मिल रही है। जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इस भीषण गर्मी से अब पशु-पक्षी भी बेहाल हो रहे हैं। दोपहर होने के पहले ही भीषण गर्मी के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। गर्मी के चलते स्कूली बच्चे सहित कामगारों की भी परेशानी बढ़ गई है। इस दौरान लोग बाजारों में भी कम दिख रहे हैं। शाम साढ़े पांच बजे के बाद ही बाजार में रौनक आती है। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में राहत की खबर है। मई के पहले सप्ताह में भी मौसम का मिजाज बदल जाने की उम्मीद जताई गई है। इस दौरान दो से चार मई तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। गरज के साथ छींटे भी पड़ने की संभावना है।
इतनी गर्मी बढ़ने का क्या है कारण : क्षेत्रीय मौसम निदेशालय पटना के पूर्व मौसम वैज्ञानिक एके सेन ने कहा इतनी तेजी से गर्मी बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अंधाधूंध बाग-बगीचों की कटाई हो रही है। पक्का मकानों के साथ-साथ गली-मोहल्लों में पीसीसी और आरसीसी सड़क के निर्माण से कंक्रीटीकरण बढ़ रहा है। इससे गर्मी दो तरह से बढ़ती है।
चक्रवात को लेकर अलर्ट, दो मई से दिखेगा असर
बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसका असर दो और तीन मई को दिखेगा। तेज हवा के साथ कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना है। चक्रवात का ज्यादा असर पूर्वी बिहार, गंगा के तटीय क्षेत्र और दक्षिण बिहार के कुछ हिस्से में अधिक दिखने की संभावना है। मौसम विभाग ने चक्रवात की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रो. बीरेंद्र कुमार (नोडल पदाधिकारी, मौसम विभाग बीएयू सबौर) ने कहा कि अगले दो दिनों तक अभी गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। दो मई से मौसम के मिजाज में बदलाव आने की संभावना है।