Teachers of Bihar: अब सरकारी स्कूल के बच्चे इ लॉट्स ऐप से करेंगे पढ़ाई, कैसे करें इसका उपयोग, बता रहे राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी
Teachers of Bihar टीचर्स ऑफ बिहार प्रत्येक रविवार को लेट्स टॉक कार्यक्रम का आयोजन करती है। इस कार्यक्रम में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार आए थे। मॉडरेटर खुशबू कुमारी थीं। इसमें इ लॉट्स ऐप के बारे में बताया गया।
भागलपुर, ऑनलाइन डेस्क। Teachers of Bihar: टीचर्स ऑफ बिहार ने रविवार को इंटरनेट मीडिया पर लाइव के माध्यम से लैट्स टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में इ लॉट्स ऐप बच्चों व शिक्षकों के लिये कैसे उपयोगी है, इस विशष पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना संजय कुमार शामिल हुए।
यहां बता दें कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना, राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद पटना और यूनिसेफ ने संयुक्त रूप से इ लॉट्स ऐप लॉच किया है। इसमें वर्ग प्रथम से 12वीं तक के पाठ्य पुस्तकों को शामिल किया गया है।
आज के लेट्स टॉक कार्यक्रम की मॉडरेटर खुशबू कुमारी थी। यहां बता दें कि इशाकचक भागलपुर निवासी खुशबू कुमारी टीचर्स ऑफ बिहार (Teachers of Bihar- The change makers) की भागलपुर District Mentor हैं। खुशबू सरकारी विद्यालय की शिक्षिका हैं। वे मध्य विद्यालय बलुआचक (जगदीशपुर प्रखंड, जिला-भागलपुर) में पढ़ातीं हैं। खुशबू ने कार्यक्रम की शुरुआत टीचर्स ऑफ बिहार निर्मित इ-लोट्स ऐप पर आधारित एक प्रमोशनल विडियो दिखाकर किया। उन्होंने राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार से इस विशष पर कई प्रश्न पूछे।
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण शिक्षा का व्यापक असर पड़ा है। इसलिए बिहार राज्य में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले वर्ग प्रथम से 12वीं तक के छात्रों के पढ़ने की निरंतरता को बनाए रखने के शिक्षा विभाग लगातार प्रयास कर रहे हैं। ताकि इस दौरान भी बच्चे की पढ़ाई बाधित नहीं हो। इस क्रम में पाठ्य पुस्तकों के आधार पर ई-सामग्री का निर्माण किया गया है। जिसे इ लॉट्स ऐप एवं विभाग के आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। इसका उपयोग मोबाइल से भी किया जा सकता है। इ-लॉट्स ऐप वर्ग प्रथम से 10वीं तक हिंदी और अंग्रेजी भाषा में और 12वीं के लिए अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस इ-लाइब्रेरी में शिक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित सभी प्रकार के ट्रेनिंग मॉड्यूल और अध्ययन सामग्रियों को भी अपलोड किया जाएगा।
संजय कुमार ने स्कूल ऑन मोबाइल टीम में शामिल ऑनलाइन कक्षा संचालित करने वाले शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे केवल पाठ्य सामग्री तक ही सीमित ना रहे। नैतिक मूल्यों से भी जुड़े। समक्ष रोचक कहानी के माध्यम विषय वस्तु प्रस्तुत करें। जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा।
संजय कुमार ने टीचर्स ऑफ बिहार के कार्य की काफी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि टीचर्स ऑफ बिहार द चेंज मेकर्स के स्कूल ऑन मोबाइल कार्यक्रम में शामिल शिक्षकों को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद अपने स्टूडियो में इ-लर्निंग सामग्री निर्माण के अंतर्गत वीडियो क्लास में भाग लेने का मौका देगी। राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार की प्रशंसा टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर शिव कुमार ने की। शिव कुमार पटना के रहने वाले हैं। वे प्राथमिक विद्यालय अराप, बिक्रम पटना में शिक्षक हैं।
स्कूल ऑन मोबाइल टीम के टीम लीडर उमाकांत कुमार ने कहा कि यह शिक्षकों के लिए गौरव की बात है कि उन्हें बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा बेहतर शिक्षण के लिए चयनित होने के उपरांत उनके वीडियो को ई-लर्निंग एप पर अपलोड की जाएगी। उमाकांत कुमार बांका के रहने वाले हैं।
टीचर्स ऑफ बिहार के प्रवक्ता रंजेश सिंह ने कहा कि लॉकडाउन में लर्निंग कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक सप्ताह सोमवार से शनिवार तक कई गतिविधियां इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जा रही है। जिसमें मुख्य रूप से योग, आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग, क्राफ्ट आईसीटी, कुकरी, संगीत, नृत्य, कोडिंग एवं वैदिक गणित आदि शामिल हैं। काफी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल होते हैं। रंजेश सिंह अररिया जिला के रहने वाले हैं।