सर्वदलीय बैठक में सरकार के विरोध में गूंजा स्वर, समान कार्य के बदले समान वेतन
शिक्षकों ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों के विरूद्ध सौतेला व्यवहार कर रही है। भविष्य निधि सेवानिवृति लाभ एवं पेंशन जैसी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया है।
भागलपुर [जेएनएन]। समान कार्य के बदले समान वेतन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज सभी शिक्षक संगठनों ने शुक्रवार को बैठक की। कहा, हाईकोर्ट के फैसले के बाद सरकार हमें अपना हक न देकर सुप्रीम कोर्ट चली गई। इस पर बैठक में उपस्थित सभी शिक्षक संघों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा, अब हमारी बारी आने वाली है। शिक्षकों संघों ने सर्वसम्मति ने यह फैसला लिया कि सभी नियोजित शिक्षक प्रभारी प्रधानाध्यापक पद से इस्तीफा देंगे। बीएलओ, बीआरपी, सीआरसीसी, मिड-डे मील आदि गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे।
उक्त फैसले पर अंतिम निर्णय राज्य संघों पर छोड़ दिया गया। उनके दिशा निर्देश पर आगे चरणबद्ध आंदोलन चलाए जाने का फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता विजय कुमार सिंह कर रहे थे। बैठक में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के उप सचिव सुप्रिया सिंह, विनोद कुमार यादव, राकेश कुमार पांडेय, चंदा सिंह , मु. इरफान, मु. मासूम रजा, जयमाला, निशा, प्रिय रंजन, राजीव रंजन सहित अन्य उपस्थित थे।
इधर, टीईटी-एसटीईटी के जिला सचिव रणवीर कुमार ठाकुर ने कहा सरकार नियोजित शिक्षकों के विरूद्ध सौतेला व्यवहार कर रही है। भविष्य निधि, सेवानिवृति लाभ एवं पेंशन जैसी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया है। जिस कारण ये शिक्षक सेवानिवृत होने के बाद भुखमरी के कगार पर चले जाएंगे। सरकार को समय रहते शिक्षक समुदाय के हित में उचित निर्णय करनी चाहिए।
राज्य सरकार के विरोध में सड़क पर उतरेंगे शिक्षक संघ
जिले के विभिन्न प्राथमिक, माध्यमिक एवं पंचायत नियोजित संघों ने अलग-अलग बैठक कर राज्य सरकार के विरोध में सड़क पर उतरने की तैयारी शुरू कर दी है। समान कार्य के बदले समान वेतन नहीं मिलने पर नियोजित शिक्षक समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है। इसी कड़ी में रविवार को बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ (मूल) की सैंडिस कंपाउंड में विशाल बैठक हुई। जिसमें संघ के अध्यक्ष पूरण कुमार ने सरकार को औकात बताने की दिशा में गैर शैक्षणिक कार्य और स्कूल के प्रभार से मुक्त रखने का फैसला लिया।
उन्होंने कहा निम्न वेतन भोगी नियोजित शिक्षकों के साथ राज्य सरकार 2006 से ही भेदभाव करते आ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य भर के नियोजित शिक्षकों ने गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करने का पूरी तरह मन बना लिया है। इसके लिए पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाकर आगमी विधानसभा चुनाव में उनको औकात बता देंगे। बैठक में राजेंद्र यादव, वीर शिवाजी, रंजीत रजक, सुनील सोनू, नवल किशोर, निभा कुमारी, उषा कुमारी, आशुतोष कुमार सहित सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।
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