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इमरजेंसी के दौरान हुई थी डिप्टी सीएम की शादी, भागलपुर से है उनका लगाव, नाथनगर में हुई है शादी

कटिहार सदर के विधायक तारकिशोर प्रसाद के डिप्टी सीएम बने हैं। उनका भागलपुर से बेहद खास लगाव है। भागलपुर के नाथनगर में उनकी शादी हुई है। साले ने कहा कटिहार जाने से पहले जनकपुर आएं। दामाद में तीसरे नंबर पर आते हैं तारकिशोर प्रसाद। ससुराल में जश्‍न है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 11:33 AM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 11:33 AM (IST)
इमरजेंसी के दौरान हुई थी डिप्टी सीएम की शादी, भागलपुर से है उनका लगाव, नाथनगर में हुई है शादी
तारकिशोर के ससुराल में काफी जश्‍न है। उन्‍हें बिहार का उपमुख्‍यमंत्री बनाया गया था।

भागलपुर [बलराम मिश्र]। बिहार के नए डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद का ससुराल नाथनगर के गोलदार पट्टी इलाके में है। देश में 1975 में इमरजेंसी का दौर था, तभी उनका विवाह सिद्धिनाथ प्रसाद भगत और शैल देवी की तीसरी बेटी रेणु देवी के साथ हुआ था। रेणु देवी चार भाई और नौ बहनें हैं।

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 उपमुख्‍यमंत्री के ससुराल में भी जश्‍न 

उनके चौथे नंबर के साले व्यवसायी मुकेश भगत ने बताया कि डिप्टी सीएम बनने के बाद बहनोई से फोन पर बात हुई है। उन्हें कहा है कि वे कटिहार जाने से पूर्व जनकपुर में पधारें, जहां अभिषेक के बाद उन्हें कटिहार भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस खुशी में परिवार का हर सदस्य जश्न में डूबा हुआ है।

मायके आकर बांटेंगी खुशियां 

मुकेश ने बताया कि वे लोग चार भाई थे, जिसमें मनोज भगत और अरुण भगत का कुछ दिनों पूर्व निधन हो गया है, जबकि वे और राज कुमार भगत व्यवसाय में हैं। उन्हें नौ बहनें चंद्रकला देवी, उमा भगत, रेणु देवी, चंदा भगत, सीमा भगत, रागिनी देवी, अनीता देवी, डॉली देवी, नूतन भगत हैं। सभी लोगों ने बहनोई और बहन को जीत की बधाई दी है। बहन रेणु भी बहनोई के साथ पटना में शपथ ग्रहण में गई हुई हैं। उनसे भी परिवार वालों की बात हुई है। उन्होंने कहा है कि वो मायके आएंगी, ताकि अपनों के बीच खुशी को बांट सकें।

 डेढ़ सौ बारातियों का किया था स्वागत

तारकिशोर प्रसाद अपने पिता के इकलौते बेटे हैं। उनके पिता व्यवसायी थे। उनके साले मुकेश ने बताया कि इमरजेंसी के दौरान ही बहन की शादी लगी थी। उस दौरान 20 ही लोगों की बाराती में आना था, लेकिन डेढ़ सौ बाराती कटिहार समेत अन्य इलाकों से नाथनगर पहुंचे थे। जिनका स्वागत उन लोगों ने गोलदार पट्टी स्थित पुश्तैनी धर्मशाला में ही किया था। शादी के बाद से वे लगातार ससुराल से जुड़े रहे। मुकेश ने बताया कि अंतिम बार जनवरी माह में बहनोई भतीजा की शादी में हिस्सा लेने के लिए भागलपुर पहुंचे थे। उनका यहां से गहरा लगाव है।


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