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Corona virus : यह लक्षण आपमें दिखे तो संभल जाएं, घरों में रहें... आइसोलेट करें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइड लाइन में यह कहा गया है कि संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर भी सतर्कता के साथ इलाज करें। साथ ही जांच कराते रहें।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 03:01 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 04:27 PM (IST)
Corona virus : यह लक्षण आपमें दिखे तो संभल जाएं, घरों में रहें... आइसोलेट करें
Corona virus : यह लक्षण आपमें दिखे तो संभल जाएं, घरों में रहें... आइसोलेट करें

भागलपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के हल्के लक्षण या शुरुआती बीमारी की आहट होने पर स्वयं को घर में बंद रख सकते हैं। इससे घर के अन्य सदस्य या बाहर के लोग भी संक्रमित होने से बच सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइड लाइन में यह कहा गया है कि संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर भी सतर्कता के साथ इलाज करें। साथ ही जांच कराते रहें ताकि यह जानकारी मिलती रहे कि मरीज में संक्रमण कितना फीसद है।

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कोरोना वायरस के लक्षण

सांस लेने में परेशानी होना, छाती में लगातार दर्द होना, मानसिक भ्रम पैदा होना, होंठ, चेहरे का नीला पडऩा आदि। ऐसे लक्षण मिलने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा अगर सर्दी-खांसी या हल्का बुखार है तो डॉक्टर से संपर्क कर उन्हें घरों में कम से कम 14 दिनों के लिए रहना चाहिए।

घर को आइसोलेट करें

डॉ. कुमार गौरव के मुताबिक संक्रमित व्यक्ति भय से तनाव में आ जाता है। लेकिन इसपर इस बारे में ज्यादा सोचना नहीं चाहिए। इससे भ्रम की स्थिति हो जाती है। सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक जिस घर में व्यक्ति रह रहा है उसे आइसोलेट करना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति को एक कमरा बंद कर रहना चाहिए। उसके कमरा को भी आइसोलेट करें। डॉक्टर के संपर्क में रहे। आरोग्य सेतु एप को मोबाइल पर डाउनलोड करें साथ ही सेल्फ आइसोलेशन के लिए फॉर्म भरना जरुरी है। संक्रमित व्यक्ति को भोजन, पानी देने वाला भी मास्क, दस्ताने आदि पहना रहे। घर के सदस्यों के संपर्क में नहीं आए। घर में अगर बुजुर्ग और बच्चे हैं तो उनकी सुरक्षा अनिवार्य है। खासकर वैसे बुजुर्ग जिन्हें हृदय रोग, मधुमेह या बीपी हो। संक्रमित मरीज के लिए अलग बाथरुम की व्यवस्था रहे। घर के दरवाजों के हैंडल, नल, बेंच को कीटाणुनाशक दवाओं से साफ करते रहें। भोजन करने के पहले और बाद में साबुन से हाथों को अच्छी तरह साफ करें। खांसी और छींक आए तो उसे कवर करें, मास्क पहनें।

कोरोना और दमा के शुरुआती लक्षण एक

जेएलएनएमसीएच के मेडिसीन विभाग के प्राध्यापक डॉ. डीपी सिंह ने कहा कि दमा और सांस फूलना अस्थमा का लक्षण हैं। इसे हल्के में नहीं लें, चिकित्सक से सलाह लें। कोरोना संक्रमण और दमा का शुरुआती लक्षण एक ही है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। अभी के हालात में आपका दम फूल रहा है तो कोरोना की भी जांच कराएं। दमा मरीज पहले से इनहेलर का इस्तेमाल कर रहे तो उसे बंद नहीं करें। लॉकडाउन में प्रदूषण का स्तर कम गया है, जो दमा मरीजों के लिए लाभप्रद है।


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