Surgical Strike 2 : भागलपुर में शहीद के परिजन खुश, बोले-अभी बहुत कुछ करना बाकी है
भागलपुर में शहीद रतन ठाकुर नीलेश नयन और ब्रज किशोर यादव के परिजन पाकिस्तान और आतंवादियों पर भारतीय सेना की कार्रवाई की खुश हैं। वे कहते हैं कि अभी और कार्रवाई होनी चाहिए।
भागलपुर [जेएनएन]। भारतीय वायु सेना द्वारा मंगलवार को सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों को मार गिराए जाने के बाद शहीद रतन ठाकुर के गांव रतनपुर का परिदृश्य बदला हुआ नजर आया। ग्रामीणों को जैसे ही टेलीविजन से पता चला कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर पुलवामा हमले में शहीद जवानों का बदला ले लिया तो उनमें खुशी के साथ उत्साह का नया संचार हो गया।
रतनपुर गांव के ग्रामीण शहीद रतन के घर के पास एकत्रित हो गए और होली से पहले ही एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर खुशी का इजहार करने लगे। ग्रामीण अमर शहीद रतन कुमार ठाकुर जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। वहीं आज शहीद रतन के घर श्राद्धकर्म समाप्त होने के बाद शांति पूजा थी।
जहां शहीद की पत्नी, छोटा भाई व पुत्र शांति पूजा पर बैठे हुए थे। शहीद के पिता रामनिरंजन ठाकुर ने कहा कि तीन सौ आतंकियों को मारने के बाद उन्हें अभी सिर्फ एक प्रतिशत खुशी मिली है। होली से पहले भारतीय सैनिकों को तीन हजार आतंकियों को मारना चाहिए तभी उनके दिल को तसल्ली मिलेगी। इसके बाद ही वह जिलेवासियों के साथ होली मनाएंगे।
वहीं शहीद रतन की पत्नी राजनिंदनी कुछ जवाब देने की मुद्रा में नहीं थी। हालांकि काफी प्रयास के बाद चेहरे पर पति के शहीद होने का दर्द छुपा नहीं पाई और कहा कि जब तक पाकिस्तान के सभी आतंकियों का सफाया नहीं हो जाता है, उसे खुशी नहीं मिलेगी। समय आ गया है कि देश की सेना पाकिस्तान में घुसकर सभी आतंकियों और उनके अड्डों को नेस्तनाबूत कर दे।
शहीद रतन के भाई रमन कुमार ने कहा कि रतन भैया सहित भारत के 44 जवानों का जिस प्रकार भारतीय सेना ने बदला लेना शुरू किया है, वह काफी स्वागत योग्य है। भारतीय सेना को पाकिस्तान के एक-एक आतंकवादी को चुन-चुनकर सफाया कर देना चाहिए। तभी उनके भाई सहित 44 जवानों को शांति मिलेगी।
बहन नीतू कुमारी ने कहा कि वह अपने भाई रतन ठाकुर को कभी भूल नहीं पाएगी। जबतक पाकिस्तान से आतंकवाद का नामोनिशान नहीं मिट जाता तबतक भारतीय फौज की कार्रवाई जारी रहनी चाहिए, ताकि पाकिस्तान को भारत में आतंकी गतिविधियां चलाने से पूर्व हजार बार सोचना पड़े।
वायुसैनिकों ने मेरा सीना चौड़ा कर दिया
वायु सैनिकों ने मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे पाकिस्तान के बालाकोट में घुस कर जिस तरह आतंकवादियों पर प्रहार किया है उससे मेरा सीना चौड़ा हो गया है। आंखों में आंसू लेकिन चेहरे पर खुशी लिए ये उदगार वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो नीलेश कुमार नयन के पिता तरुण कुमार सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर 2017 को मेरे बेटे की शहादत के बाद ये पहला मौका है जब मैंने खुलकर सांस ली है। मुझे भरोसा है कि खुली छूट मिल जाए तो तीनों सेनाओं के हमारे जांबाज सैनिक बेटे पाकिस्तान की बिलों में छिपकर बैठे आतंकवादियों का जड़ से खात्मा कर देंगे।
वहीं शहीद नीलेश की मां बुलबुल देवी ने भी कहा कि आज इस खबर से मेरे जलते कलेजे को थोड़ी ठंढक मिली है। जिस दिन आतंकवादियों का समूल नाश हो जाएगा उसी दिन मेरा कलेजा ठंढा होगा। बताते चलें कि उनका दूसरा बेटा नीतेश कुमार अभी भी भारतीय थल सेना में कार्यरत है।
ऐसी कार्रवाई जारी रखे भारत
भारत की पीओके में की गई सैन्य कार्रवाई से शहीद के पिता खुश हैं। एयरफोर्स में गरूड़ कमांडो के पद पर कार्यरत शहीद निलेश कुमार नयन के पिता तरुण कुमार सिंह ने कहा है कि भारत को ऐसी कार्रवाई जारी रखनी चाहिए। इस तरह की कार्रवाई से आतंकी भारत पर हमला करने की सोच नहीं सकता है। उन्होंने कहा है कि पूर्व में अगर आतंकी ठिकाने पर ऐसी कार्रवाई हुई होती तो पुलवामा जैसी घटना नहीं घटती। देर से ही भारत ने कार्रवाई शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का काम किया है। शहीद की मां बुलबुल देवी ने कहा है कि जब तक आतंक का सफाया नहीं हो जाता तब तक भारत को ऐसी कार्रवाई करते रहना चाहिए। आज की कार्रवाई निलेश भी देख रहा होगा।
शहीद नीलेश के गांव में उत्साह
वर्ष 2017 में 11 अक्टूबर को कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सुल्तानगंज के लाल नीलेश नयन के पैतृक गांव ऊधाडीह में जैसे ही सेना के सर्जिकल स्ट्राइक 2 की खबर फैली पूरे गांव में उत्साह का माहौल दिखने लगा। शहीद के पिता तरुण कुमार सिंह और मां बुलबुल देवी के चेहरे पर दुश्मनों को मिटाने पर एक अजब सी खुशी दिखाई पड़ रही थी। निलेश नयन वायुसेना में गरुड़ कमांडो के प्रशिक्षक भी थे। 11 अक्टूबर 2017 को बांदीपुरा में हुए आतंकवादी हमले में नीलेश वीरगति को प्राप्त हो गए थे। सेना द्वारा पाकिस्तान पर किए गए हमले के बाद पूरे गांव में उत्साह का माहौल है। बच्चों ने शहीद की प्रतिमा के पास एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर इसे पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया। पूरे गांव में जमकर आतिशबाजी की गई। शहीद के पिता ने कहा कि वायुसैनिकों का शौर्य और पराक्रम की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। मुखिया संजीव सुमन ने सेना के हमले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पाकिस्तान को अब उसी की भाषा में और करारा जवाब देना जरूरी है।
शहीद बीके यादव के पुत्र ने कहा पीएम ने शहीदों को दी सच्ची श्रद्धांजलि
श्रीनगर के बारामूला में वर्ष 2017 में आतंकी हमले में शहीद हुए पीरपैंती कमलचक निवासी बीएसएफ के जवान एसआई ब्रज किशोर यादव की पत्नी रिपी देवी एवं उसके पुत्र अभिषेक किशोर रंजन उर्फ बंटी ने कहा कि हमे गर्व है कि हमारे प्रधानमंत्री ने शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। वायु सेना के जवानों को जो जिन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक किया तथा सभी सैनिक सदस्यों को हमारी तरफ से सलाम है।
पीरपैंती कमलचक के लोगों ने मनाई खुशी
भारतीय वायु सेना की कार्रवाई से पीरपैंती के कमलचक में खुशी की लहर दौड पडी। लोेगों ने कहा कि हमलोगों ने शहादत का बदला ले लिया है। सभी ने भारत सरकार से सेना को खुली छूट देने की बात कही। उन्होंने कहा देश की सेना पर हम सबको भरोसा है। इस कारण पाकिस्तान और आतंकवाद इस बार बच नहीं पाएगा।