सिल्क सिटी में गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन से आपूर्ति शुरू, 1.21 लाख आबादी होगी लाभान्वित
सिल्क सिटी में गैस इंसुलेटेड पावर सब स्टेशन से आपूर्ति शुरू हो गया है। तीन-चार दिनों में न्यू बरहपुरा मिरजान और हॉस्पिटल फीडर को जोड़ इस उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति की जाएगी। इससे शहर में बिजली की कमी दूर हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नयाटोला भीखनपुर आरबीएसएस रोड स्थित पुराने मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक बिजली विभाग के कार्यालय परिसर में बने गैस इंसुलेटेड सिस्टम (जीआइएस) पावर सब स्टेशन का शुक्रवार को उद्घाटन किया गया। पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक केएस श्रीनिवास राव और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता श्रीराम ङ्क्षसह ने संयुक्त रूप से उपकेंद्र का उद्घाटन किया। उपकेंद्र को दुल्हन की तरह सजाया गया था। इस समारोह को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया। मौके पर कार्यपालक अभियंता राजन कुमार, सहायक अभियंता, परियोजना रंजीत कुमार, सहायक अभियंता विवेक कुमार, अर्बन विद्युत अभियंता रवि कुमार व निर्माण एजेंसी टाटा प्रोजेक्ट के एजीएम विकास शुक्ला सहित कई विभागीय अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।
अब होगी निर्बाध आपूर्ति, लो-वोल्टेज, ट्रिङ्क्षपग व ब्रेकडाउन की समस्या खत्म
महाप्रबंधक श्रीनिवास राव ने बताया कि 8.99 करोड़ की लागत से बने इस उपकेंद्र से मंगलवार से ही न्यू भीखनपुर फीडर से जुड़े इलाकों में आपूर्ति शुरू कर दी गई है। तीन-चार दिनों में न्यू बरहपुरा, मिरजान और हॉस्पिटल फीडर को जोड़ इस उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति की जाएगी। इस उपकेंद्र में 11 केवीए लाइन के आठ और 33 केवीए लाइन के चार ब्रेकर लगे हैं। 11 केवीए लाइन के सभी ब्रेकर देश की मास्कल कंपनी निर्मित और 33 केवीए लाइन के सभी ब्रेकर जर्मनी की स्चनेइडर कंपनी निर्मित है। इस उपकेंद्र से 1.21 लाख आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा कि लोदीपुर में बन रहा उपकेंद्र मई तक चालू किया जाएगा।
उपकेंद्रों की संख्या बढऩे से लोड कम होने से वोल्टेज, ट्रिङ्क्षपग व ब्रेकडाउन की समस्या खत्म हो जाएगी। निर्बाध आपूर्ति होगी। जीआइएस तकनीक आधारित उपकेंद्र में सल्फर हेक्साफ्लोराइड (एस एफ 6) गैस का उपयोग होगा। फेजों के बीच एक औसत दवाब बनाए रखने में यह गैस बेहतर है। सर्किट ब्रेकर, बसबार, ब्रेक स्विच, पावर ट्रांसफार्मर, आइसोलेटर्स, अर्थिंग स्विच आदि उपकरणों को एक मेटल हाउस में बंद कर उसमें हेक्साफ्लोराइड गैस भर दिया जाता है। इसमें तकनीकी खराबी कम होती है। यह पूर्णतया मेंटेनेन्स मुक्त होता है। महाप्रबंधक ने बताया कि भागलपुर शहरी क्षेत्र में 270 जगहों में 200 केवीए के ट्रांसफार्मर बदलने हैं, जिनमें गुरुवार तक 150 बदले जा चुके हैं। अधीक्षण अभियंता श्रीराम ङ्क्षसह ने कहा कि दिसंबर तक सभी पांच उपकेंद्र का निर्माण व तार बदलने का काम पूरा हो जाएगा।