छात्रों ने बनाया सैनिटाइजेशन रोबोट, जानें... इसकी क्या है खासियत
इस इंस्टीट्यूट द्वारा कक्षा छह से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को उभरती तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। स्टार्टअप को बड़ा रूप देने के लिए ग्लोबल निवेशकों से वार्ता चल रही है।
भागलपुर, जेएनएन। कहलगांव प्रखंड के लालापुर में अजीत कुमार एवं उनके मित्र सागर कुमार द्वारा स्टेपअपिफाय लैब्स स्थापित किया गया है। दोनों ने खडग़पुर आइआइटी से इंजीनियरिंग की डिग्री की प्राप्त है। अजीत कई कंपनियों में कर चुके हैं। सागर रोबोट और भविष्य की तकनीकों के विकास से जुड़े हुए हैं।
स्टेपअपिफाय लैब्स द्वारा कहलगांव में स्टेप अप कैरियर इंस्टीट्यूट की शुरुआत की गई है, जिसमें रिसर्च लैब भी है। इस इंस्टीट्यूट द्वारा कक्षा छह से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को उभरती तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। स्टार्टअप में अल्ट्रावायलेट सैनेटाइजर रोबोट, रोबोटिक नर्स, स्टेम किट और अन्य रिसर्च रोबोट बनाए जाने की योजना है। स्टार्टअप द्वारा दो मार्च को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के दुर्ग कोचिंग को रिमोटली नेविगेटेड अल्ट्रावायलेट सैनिटाइजेशन रोबोट प्रदान किया गया था।
उपयोग के बाद रोबोट को संतोषप्रद बताते हुए 30 मई को दुर्ग के सीनियर कोचिंग डिपो अधिकारी द्वारा इस स्टार्टअप को सर्टिफिकेट ऑफ कोलेब्रेशन प्रदान किया गया है। अजीत कुमार ने बताया कि स्टार्टअप की सराहना बिहार के शिक्षा मंत्री के एन वर्मा ने करते हुए इसे राज्य द्वारा संचालित विद्यालयों में भी विद्यार्थियों के क्षमता निर्माण में सहयोग करने के लिए कहा है। स्टार्टअप को बड़ा रूप देने के लिए ग्लोबल निवेशकों से वार्ता चल रही है।