बीएयू में तीसरे दिन भी भूख हड़ताल जारी, अब आमरण अनशन की तैयारी
बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर में प्रोन्नति की मांग को लेकर विज्ञानियों की भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। इससे विज्ञानियों में आक्रोश गहराता जा रहा है। वे अब सोमवार से आमरण अनशन करने की तैयारी में हैं।
भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर में प्रोन्नति की मांग को लेकर विज्ञानियों की भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया है। इससे विज्ञानियों में आक्रोश गहराता जा रहा है। वे अब सोमवार से आमरण अनशन करने की तैयारी में हैं।
प्रगतिशील शिक्षक संघ के अध्यक्ष एस दिवाकर और सचिव एच मीर ने कहा कि विज्ञानी दिन-रात शोध में लगे रहते हैं, शोध के हर कण में विज्ञानियों की आत्मा समाई है। इसी का परिणाम है कि विश्वविद्यालय आज राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहरा रहा है, लेकिन हमें अपना हक नहीं दिया जा रहा है। हड़ताल खत्म करने के लिए विवि प्रशासन लगातार दबाव बना रहा है।
भूख हड़ताल में डॉ. एके पाल, डॉ. रामानुज विश्वकर्मा, डॉ. रविशंकर, डॉ. एम रहमान, डॉ. राजीव रक्षित, डॉ. चंदा कुशवाहा, डॉ. धर्मशिला, डॉ. ए अनवर, डॉ. आरके शर्मा सहित अन्य शामिल थे।
विश्वविद्यालय की आत्मा हैं विज्ञानी
विज्ञानियों की हड़ताल के संबंध में कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि विज्ञानी विश्वविद्यालय की आत्मा हैं। विज्ञानियों के बिना विश्वविद्यालय का कोई वजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सभी एक संस्था के परिवार हैं। हमें विज्ञानियों से किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं है। उनकी मांगों को हम गलत नहीं कह रहे हैं, लेकिन सरकारी काम के लिए एक सिस्टम है। उनकी मांगों को सरकार के पास भेजी गई है। स्वीकृति मिलने पर सभी को प्रोन्नति का लाभ मिलेगा।