पेट का सामान्य ऑपरेशन करने से हार्निया की संभावना : डॉ. ज्योत्सना
पेट में बड़ा चीरा लगाकर ऑपरेशन करने से 30 फीसद तक हार्निया होने की संभावना रहती है। जबकि लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन करने से यह संभावना 10 फीसद रह जाती है। ये बातें देश की पहली लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. ज्योत्सना कुलकर्णी ने कही।
भागलपुर। पेट में बड़ा चीरा लगाकर ऑपरेशन करने से 30 फीसद तक हार्निया होने की संभावना रहती है। जबकि, लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन करने से यह संभावना 10 फीसद रह जाती है। ये बातें देश की पहली लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. ज्योत्सना कुलकर्णी ने कही।
उन्होंने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से सर्जन को लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन करने के प्रति जागरूक करना है। इससे मरीजों का समय भी बर्बाद नहीं होता है। उन्होंने कहा कि लेप्रोस्कोपिक विधि से अब सभी तरह के ऑपरेशन संभव हैं। इनमें हार्निया, गॉल ब्लाडर आदि ऑपरेशन शामिल हैं। महिलाओं में हार्निया होना भी अब सामान्य हो गया है। फरवरी 1992 से अबतक करीब चार सौ ऑपरेशन लेप्रोस्कोपिक विधि से की गई है।