जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने किया आंदोलन, बोले-जल समाधी ले लूंगा
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जल सत्याग्रह कर आक्रोश का इजहार किया। कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर रिहाई नहीं हुई तो जल समाधी ले लिया जाएगा।
जागरण टीम, सुपौल/पूर्णिया। जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी प्रतापगंज के कार्यकर्ताओं ने जल सत्याग्रह कर आक्रोश का इजहार किया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद की रिहाई को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन के तहत प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप बसेदार एवं अल्पसंख्यक प्रखंड अध्यक्ष जफीरुल होदा उर्फ राजू ने रिहाई की मांग की है। कार्यकर्ताओं का कहना था कि कोरोना काल में वे जिस तरह लोगों की मदद कर रहे थे सरकार को नागवार गुजरी और साजिश के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया। वे सरकार और सिस्टम के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे। आम-आवाम, किसान, गरीब मजदूर, गांव देहात के लोग सरकार की मंशा को समझ रहे हैं। सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं। मौके पर छात्र प्रखंड अध्यक्ष सरोज कुमार पंडित, जिला महासचिव चंद्रजीत यादव, सूरत लाल यादव, संदीप यादव, रामचंद्र महतो, जगदीश साह, मुकेश पंडित, दीपू चौधरी, बिराजी मंडल, लक्ष्मण पंडित, शंभू मेहता, रामेश्वर चौधरी, सदानंद ठाकुर, मनोज मंडल, मिश्रीलाल मांझी, गौतम कुमार चौधरी, प्रदीप चौधरी, बबलू चौधरी आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
पूर्व सांसद की रिहाई के लिए जाप कार्यकर्ताओं का जल सत्याग्रह
जेल में बंद जन अधिकार पार्टी के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं का चरणबद्ध आंदोलन जारी है। इसी कड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सौरा नदी के सिटी मंदिर घाट पर 12 घंटे का जल सत्याग्रह किया। इस कार्यक्रम की अगुवाई पार्टी के जिलाध्यक्ष बबलू भगत ने किया।जल सत्याग्रह में शामिल जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता राजेश यादव ने कहा कि वे लोग गांधीवादी विचारधारा में विश्वास रखते हैं। अंतिम दम तक लोकतांत्रिक तरीके से पप्पू यादव की रिहाई के लिए आंदोलन जारी रखेंगे। पूर्व सांसद पप्पू यादव को राजनीतिक साजिश का शिकार बनाया गया है। इसे न्यायिक प्रक्रिया कहकर बरगलाया जा रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना काल में केंद्र और राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। सूबे के मुख्यमंत्री कुर्सी की मोह मन की बात में अपना सुर मिला रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी का जन्म ही दमन और उत्पीड़न की प्रतिक्रिया में हुआ है। ऐसे में जाप कार्यकर्ताओं के हौसले की परीक्षा लेने की गलती राज्य सरकार न करे। उन्होंने कहा कि अगर पप्पू यादव की रिहाई नहीं होती है तो आने वाले दिनों में पार्टी कार्यकर्ता इसी नदी में जल-समाधि लेंगे। इस मौके पर युवा परिषद अध्यक्ष अरुण यादव, नवनीत सिंह, सद्दू यादव, अरुण यादव, सुमित यादव, आदिल आरजू, अरशद आलम, नितेश गुप्ता, रवि झा, मोनू सिंह, मु. अरमान, अंबर आलम, आशीष यादव, सुट्टू सिंह, बिपिन, शंकर, कुमार रजत झा आर्यन शर्मा सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।